मुनीश सूद। जयसिंहपुर
विकास खंड लंबागांव के जिला परिषद काडर के कर्मचारियों ने उनके भविष्य के प्रति खंड कार्यालय के रवैये को लेकर असंतोष जताया है। खंड में कार्यरत तमाम जिला परिषद पंचायत सचिवों, पंचायत तकनीकी सहायकों व ग्राम रोजगार सेवकों ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया है कि उनका वेतन कभी भी समय पर जारी नहीं किया जाता। जैसा कि विभाग द्वारा जारी निर्देश हैं। दूसरा उच्चतम न्यायालय के आदेशों का भी पालन नहीं किया जाता है।
पंचायत सचिव (जिला परिषद) अजय कुमार, मनोज शर्मा, विनोद कुमार, सतीश भूरिया, मधुबाला, कुलवंत रणौत, रवि कुमार, मौहन, बिट्टू व सुरेंद्र शर्मा ने कहा है कि अकसर आधा महीना बीत जाने या बार-बार कहने के पश्चात उन्हें वेतन दिया जाता है।
इन कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें वेतन ट्रेजरी के माध्यम से भी देने का प्रावधान है जो कि सरल भी है, लेकिन इसके लिए पिछले 3 वर्षों से खंड के अधिकारी एवं कर्मचारी आईपी (पे कोड) प्रक्रिया पूर्ण नहीं कर पाए हैं, जिससे यह समस्या वर्षों से है।
इनका कहना है कि वे वेतन के साथ एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) विभाग और सरकार दोनों तरफ मांग उठा रहे हैं, लेकिन दोनों तरफ से कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है। इन कर्मचारियों ने दो टूक कहा है कि निकट भविष्य में इन दोनों बातों पर संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई तो वे न्यायालय में जाएंगे, जिसके लिए विभागीय अधिकारी स्वयं जवाबदेह होंगे।
इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी लंबागांव निशांत तोमर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इनका वेतन जिला परिषद कार्यालय धर्मशाला से आता है, जो अभी भी नहीं आया है। जिला परिषद कार्यालय से पैसा आते ही वेतन दे दिया जाएगा।