नई दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि नियंत्रण रेखा पर हालात किसी भी समय खराब हो सकते हैं और सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उनका बयान ऐसे समय में आया है जब अगस्त में अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने के बाद से पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है।
रावत ने कहा, नियंत्रण रेखा पर स्थिति किसी भी समय खराब हो सकती है। भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार है। जनरल रावत ने 31 दिसंबर 2016 को सेना प्रमुख का पदभार संभालने के बाद घाटी में सीमा पार से फैलाए जा रहे आतंकवाद से निपटने में त्वरित कार्वाई की नीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होना है लेकिन ऐसी संभावना है वह देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किए जाएंगे।
सुरक्षा बलों के आकलन के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने घाटी में बहुत हद तक घाटी में स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है लेकिन अभी भी चौकन्ना रहने की जरूरत है ताकि माहौल ना खराब हो। सूत्रों ने बताया कि कश्मीर में स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है और वास्तविक आकलन के आधार पर एक-एक कदम उठाए जा रहे हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने पिछले महीने लोकसभा में कहा था कि अगस्त 2019 से अक्टूबर 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा से लगी सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 950 घटनाएं हुई हैं। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) नियमित रूप से एलओसी पर भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाने का प्रयास कर रही है।