राजीव भनोट। ऊना:
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में मनरेगा के माध्यम से पिछले दो वर्षों में 15 अरब रुपए के कार्य करवाए गए हैं। यह बात उन्होंने संवाद कार्यक्रम के दौरान ऊना में कही, जिसमें ग्रामीण विकास विभाग की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। कंवर ने कहा कि आज मनरेगा का माध्यम से प्रदेश में बड़े-बड़े कार्य करवाए जा रहे हैं।
मंडी जिला के गोहर ब्लॉक में मनरेगा के तहत 13 किमी पक्की सड़क तथा 70 मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि 14वें वित्तायोग, मनरेगा तथा पंचायतों के अपने संसाधनों की कनवर्जेंस कर बड़े से बड़ा कार्य किया जा सकता है। पिछड़े जिलों में कायाकल्प परियोजना के माध्यम से शौचालयों तथा स्कूलों की मरम्मत का कार्य करवाया जा रहा है। इसके अलावा खुले में शौच को पूर्णरूप से समाप्त करने के लिए दो गड्डों के निर्माण को धन उपलब्ध करवाया जा रहा है।
अगर कोई परिवार बिना शौचालय से छूट गया है तो उसे मनरेगा के माध्यम से शौचालय प्रदान किया जाएगा। ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि प्लास्टिक की समस्या का निपटारा करने के लिए कूड़ा संयंत्र बनाए जा रहे हैं और सबसे पहले कांगड़ा जिला की आईमा पंचायत में इसे लागू किया गया, जहां पंचायत को अब प्रतिमाह 1.50 लाख रुपए की आय हो रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले दो वर्षों में प्रदेश की 1000 पंचायतों को कचरा मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना तथा उत्थान योजना शुरू की गई है।। उत्थान योजना के माध्यम से गरीब परिवारों को सरकारी योजनाओं के साथ जोड़ कर उनकी आय को बढ़ाया जाएगा। इससे पहले पीओ डीआरडीए संजीव ठाकुर ने विभाग की उपलब्धियों को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर उपायुक्त ऊना संदीप कुमार, एडीसी अरिंदम चौधरी, जिला भाजपा अध्यक्ष मनोहर लाल सहित अन्य उपस्थित रहे।