खुलासा : नवोदय विद्यालय में सस्पेंड छात्र भी हो चुके हैं रैगिंग का शिकार, हिमाचल दस्तक ने की पड़ताल में खुलासा
चंद्रमोहन चौहान। ऊना : नवोदय विद्यालय पेखूवेला में रैगिंग मामले में सात छात्रों को संस्पेड करने के मामले में नया खुलासा सामना आया है। हिमाचल दस्तक की ओर से की जांच पड़ताल में पता चला है कि नवोदय विद्यालय में रैगिंग पिछले कुछ माह से नहीं, बल्कि कई साल से रैगिंग का खेल चल रहा है।
लेकिन सीनियरों द्वारा पिटाई के डर से किसी भी छात्र ने मुंह नहीं खोला। अब मामले में स्वयं फंसने के बाद सस्पेंड छात्रों के परिजनों ने इस बात का खुलासा किया है। परिजनों की माने तो विद्यालय में रैगिंग अभी से नहीं, बल्कि पिछले कई साल से हो रही है। हमारे छात्र भी रैगिंग का शिकार हुए हैं, लेकिन छात्रों ने अपने दर्द को छुपाए रखा। जब हमारे बच्चे छठी कक्षा में पढ़ते थे तो सीनियर छात्र होमवर्क करवाने के साथ-साथ कपड़े भी धुलवाते थे।
जब छात्र ऐसा नहीं करते थे, तो सीनियर छात्र पिटाई करते थे। लेकिन छात्रों ने कभी भी हमें इस बारे नहीं बताया। अब जब बेटे रैगिंग के आरोप में फंसे हैं तो उन्होंने सारी सच्चाई बताई। सस्पेंड छात्रों के परिजनों ने स्कूल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी रोष जताया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी छात्र कोई गलत हरकत करता है तो उसकी सूचना तुंरत परिजनों को देनी चाहिए, लेकिन स्कूल प्रशासन ने ऐसा नहीं किया।
छात्रों को सस्पेंड करने के बाद हमें जानकारी दी। परिजनों ने कहा कि अगर स्कूल प्रशासन हमें बच्चों की गलत गतिविधि बारे में जानकारी देगा, तभी हम अपने बच्चों को गलत राह पर न चलने बारे कह सकते हैं। गौर रहे कि नवोदय विद्यालय पेखूवेला में दसवीं कक्षा के 21 छात्रों से रैगिंग मामले में जमा दो के सात छात्रों का सस्पेंड किया गया है। पीडि़त छात्रों का आरोप था कि सीनियर हमसे अपना होमवर्क, कपड़े धूलवाते थे। सीनियर का कहना न मानने पर जूनियर को जूत्ते, रॉड से पिटाई की जाती थी। शिकायत के बाद स्कूल प्रधानाचार्य ने जमा दो के बच्चों को सस्पेंड कर दिया। डीसी ऊना ने एसडीसी ऊना को जांच सौंपी। जांच के दौरान दोनों पक्षों से पूछताछ की गई।
जवाहर नवोदय विद्यालय में मामले में दोनों पक्षों से पूछताछ की गई है। विद्यालय में कई साल से हो रहे रैगिंग की शिकायत मिली है। जांच की जा रही है। जांच के बाद ही अगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-अरिंदम चौधरी, एडीसी ऊना