विजय शर्मा। सुंदरनगर
मंडी जिला के नाचन विधानसभा क्षेत्र की भलवाना पंचायत के नालू गांव की चिंता देवी का परिवार आर्थिक संकट की वजह से दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज है।
पति का साया सिर से उठ जाने के उपरांत घर में मौजूद 2 अपंग बच्चों का पालन-पोषण करने का बोझ अचानक चिंता देवी के कंधों पर आ गया है। रोजगार का कोई साधन न होने के कारण चिंता देवी को परिवार का पालन-पोषण करना बेहद मुश्किल हो गया है।
चिंता के 3 बच्चे हैं जिनमें एक बेटा अभी 18 साल से कम उम्र का है जबकि एक बेटा और एक बेटी विकलांग हैं। 2 कमरों का मकान गिरने की कगार पर है।
हालांकि यह परिवार बीपीएल में शामिल है, मगर अभी तक सरकारी योजना के तहत इन्हें घर स्वीकृत नहीं हुआ है। आर्थिक तंगी के चलते यह परिवार कई बार भूखे पेट भी सोया है। पैसे न होने के कारण यह परिवार उचित मूल्य की दुकान में मिलने वाले सस्ते राशन को खरीदने में भी असमर्थ रहता है।
गरीब परिवार को सहारा योजना में शामिल करने की मांग
प्रदेश स्तरीय समाजसेवी संस्था ओरिएंटल फाउंडेशन की संस्थापक एवं देश की सबसे कम उम्र की सेलिब्रिटी पंचायत प्रधान रही जबना चौहान ने मंगलवार को नालू गांव पहुंचकर इस परिवार के साथ दर्द साझा किया। जबना चौहान ने प्रदेश सरकार से इस परिवार को सहारा योजना में शामिल करने, प्राथमिकता के आधार पर दोनों अपंग बच्चों को व्हीलचेयर मुहैया करवाने तथा चिंता देवी या इसके परिवार के किसी एक सदस्य को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार मुहैया करवाने की मांग की है, ताकि इस परिवार को दो वक्त की रोटी आसानी से नसीब हो सके।
दानी सज्जनों से परिवार की मदद को आगे आने की अपील
यही नहीं जबना चौहान ने दानी सज्जनों से भी इस परिवार की सहायता के लिए आगे आने की अपील की है। साथ ही उन्होंने सरकार से इस परिवार को सरकारी योजना के तहत मकान बनाने के लिए धनराशि स्वीकृत करने की भी मांग उठाई है।