देवेंद्र गुप्ता। सुंदरनगर
सुंदरनगर में सेना के पूर्व सूबेदार मेजर को पुलिस के 8 से 10 कर्मियों द्वारा बुरी तरह से पीटा गया और घायल कर दिया गया।
आरोप है कि जब पीटते-पीटते पुलिस कर्मी उसे थाने ले आए तो एसएचओ कमल कांत के निर्देश पर 8 से 10 कर्मी उसे डाइनिंग रूम में ले गए और उसे पुनः बुरी तरह से पीटा गया और अभद्र भाषा के साथ गाली-गलौज भी किया गया।
ऐसा लग रहा था कि पुलिस वाले कोई पुरानी रंजिश निकाल रहे थे। पुलिस के इस रवैये से फौजी का परिवार सकते में है। फौजी की पत्नी ने बताया कि उनके पति कपड़े के दुकानदार द्वारा कुछ दिनों के लिए उधार लिए 2 हजार वापस मांगने गए थे कि दुकानदार तैश में आ गया और उसने पुलिस बुला ली।
पूर्व फौजी प्रेम सुख ने बताया कि वह 32 वर्ष सेना में नौकरी कर चुके हैं और कुछ वर्ष पूर्व ही सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।उसने बताया कि वह एक इंटरनेशनल खिलाड़ी भी रह चुका है और आजकल आर्मी सेवा के लिए युवाओं को प्रशिक्षण दे रहा है, मगर सुंदरनगर पुलिस अब इन आरोपों को बेबुनियाद बता रही है।
पुलिस के अनुसार एसएचओ ने कोई निर्देश नहीं दिए थे, जबकि फौजी ने खुद ही अपने कपड़े फाड़े और उत्पात मचाता रहा। पुलिस ने मेडिकल भी करवाया। हालांकि रात को कस्टडी के दौरान तबीयत खराब होने पर उसे अस्पताल भी भेजा गया।
उधर, डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने बताया कि वीरवार शाम करीब 5 बजकर 20 मिनट पर थाना पर सूचना मिली कि ललित चौक पर एक शराबी हंगामा कर रहा है। डीएसपी ने बताया कि पुलिस जब प्रेमसुख को मेडिकल करवाने के लिए ले जा रही थी तो वह एक दम आगबबूला हो गया। पुलिस की हिरासत से भागने लगा, जिसे पुलिस कर्मचारियों ने काबू कर लिया। डीएसपी ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी की सूचना उसके बेटे सुशांत को दूरभाष के माध्यम से दी गई थी।