सुशील शर्मा /राजीव भानोट : चितपुर्णी
चिंतपूर्णी माता रानी का दरबार रंग बिरंगे फूलों से सज गया है।फूलों से सजा मां का दरबार बड़ा ही मनमोहक लग रहा है।बताते चले कि पिछले साल चैत्र नवरात्रे कोरोना माहमारी के चलते स्थगित कर दिए गए थे हालांकि अभी भी कोरोना संक्रमण पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है।जिसके चलते मंदिर श्रदालुओं के लिए खुले रहेंगे लेकिन श्रदालुओं को कोविड गाइडलाइन के नियमों का पालन करना होगा।
श्रदालु बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।श्रदालुओं को दर्शन पर्ची और थर्मल स्केनिंग करके ही मंदिर माथा टेकने के लिए भेजा जाएगा।श्रदालुओं को मंदिर में सिर्फ दर्शन करने की अनुमति होगी।मेला क्षेत्र को चार क्षेत्रों में बांटा गया है एस डी एम अम्ब मनेश यादव मेला अधिकारी रहेंगे।इन नवरात्रों में किसी भी तरह का लंगर लगाने भजन कीर्तन हवन करने पर भी पाबंदी लगाई हुई है।मां के दरबार आने वाले श्रदालुओं को तीन जगह दर्शन पर्ची की सुविधा मिलेगी।
श्रदालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के कपाट सुबह 5बजे खुला करेंगे और रात दस बजे बन्द होंगे।हालांकि16अप्रेल से सरकार के आदेशों के बाद हिमाचल में एंट्री के लिए 72घंटे पूर्व कोरोना की रिपोर्ट लाना अनिवार्य किया गया है लेकिन मंदिर में दर्शन करने को लेकर भी कोरोना की नेगटिव रिपोर्ट को लाना जरूरी होगा इस पर संशय बना हुआ है।डी सी ऊना राघव शर्मा ने बताया कि इसको लेकर एक दो दिन में स्पष्ट कर दिया जाएगा।
उधर डी एस पी अम्ब सृष्टि पांडे ने भी चिंतपूर्णी मंदिर क्षेत्र का दौरा किया और मेले में तैनात सुरक्षा कर्मियों को नवरात्रों को लेकर उचित दिशा निर्देश दिए।डी एस पी अम्ब ने बताया कि नवरात्रे में होमगार्ड पुलिस के साढ़े चार सौ जवान तैनात रहेंगे और मंदिर आने वाले श्रदालुओं से कोविड नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाएगा ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके।