हिमाचल दस्तक।
दून हल्के की ग्राम पंचायत मानपुरा के तहत रोतांवाला पुल के बरसात में बह जाने के चलते आधा दर्जन पंचायतों के सैंकड़ों लोग परेशान हैं। पिछले 3 साल से इस पुल के पुर्ननिर्माण के लिए सरकार और लोक निर्माण विभाग के पास बजट नहीं है।
वर्ष 1998 में रोतांवाला पुल का निर्माण हुआ था जो कि ठेडा-जामुनडोरा-बुआसनी सड़क मार्ग को जोड़ता है और यह सड़क मार्ग दून हल्के की पहाड़ी पंचायतों के लिए लाईफ लाईन था।
लेकिन वर्ष 2018 में भारी बरसात के चलते रोतांवाला पुल का एक हिस्सा पूरी तरह से बह गया था। लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद संबंधित विभाग व प्रशासन को शिकायतों के बावजूद भी इस पुल की किसी से सुध नहीं ली।
ग्रामीणों का कहना है कि पुल का एक हिस्सा बह जाने के चलते जहां दो बसों की रूट बंद हैं वहीं सबसे अधिक परेशानी किसानों, स्थानीय लोगों, पहाड़ी पंचायतों व स्कूली छात्र-छात्राओं को उठानी पड़ रही है।
बीमारी की स्थिति में भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। थोड़ी से बरसात के बाद इस सड़क मार्ग से आवाजाही नामुमकिन हो जाती है। उधर इस बारे जब लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन अजय कुमार से बात की गई तो उन्होनें कहा कि जल्द ही इस पुल के निर्माण के लिए टैंडर लगाया जाएगा और निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।