शकील कुरैशी : शिमलाधर्मशाला में पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार हो गई है। मुख्य सचिवों के सम्मेलन का कार्यक्रम हिमाचल को मिला है और इसमें सभी बातों को क्लीयर कर दिया गया है। किन विषयों पर इस सम्मेलन में चर्चा होगी उसके लिए हिमाचल की अफसरशाही तैयार हो रही है। मुख्य सचिवों के सम्मेलन के लिए तीन विषय निर्धारित किए गए हैं। इन्हीं विषयों से जुड़े अधिकारी यहां सम्मेलन में शिरकत करेंगे और बाकायदा हिमाचल अपनी प्रेजेंटेशन भी यहां पर देगा।
सम्मेलन में शहरी विकास, कृषि क्षेत्र और शिक्षा क्षेत्र पर चर्चा की जाएगी। दूसरे राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ इन्हीं विभागों से जुड़े अधिकारी भी यहां आएंगे और अपने-अपने राज्य की इन विभागों की उपलब्धियों का जिक्र यहां करेंगे। इसके साथ पीएम के सामने आगामी रणनीति पर भी चर्चा होगी। यहां अधिकारी चर्चा करेंगे कि इन विभागों में आगे क्या कुछ किया जा सकता है और क्या करना चाहिए जो अब तक नहीं हो सका है।
प्रदेश के मुख्य सचिव राम सुभग सिंह के अलावा हिमाचल से प्रधान सचिव शिक्षा डॉ. रजनीश, प्रधान सचिव शहरी विकास देवेश कुमार व सचिव कृषि राकेश कंवर शामिल होंगे। यहां पर कृषि विभाग के माध्यम से एक प्रेजेंटेशन भी दी जाएगी, जिसमें बताया जाएगा कि हिमाचल में कृषि के लिए क्या कुछ किया जा रहा है।
किसानों की आय को दोगुणा करने के लिए यहां पर क्या काम किया जा रहा है और रणनीति क्या है। इसके साथ प्रदेश सरकार नेनीति आयोग के सदस्य की अध्यक्षता में एक कमिटी का गठन भी यहां पर किया था। उस कमिटी ने अपनी सिफारिशें प्रदेश को दी हैं और वह वृहद गाइडलाइन है, जिसपर विशेषज्ञों की राय हिमाचल को मिली है। उस रिपोर्ट को किस तरह से हिमाचल अमलीजामा पहना रहा है इसके बारे में बताया जाएगा।
शहरी विकास, कृषि व शिक्षा पर होगी चर्चा
- हिमाचल देगा कृषि क्षेत्र पर अपनी प्रेजेंटेंशन
- मुख्य सचिव के अलावा ३ सचिव होंगे शामिल
- पीएम के सामने अगली रणनीति पर भी होगी चर्चा
नई शिक्षा नीति पर देंगे विस्तृत गाइडलाइन
इसके साथ शहरी विकास के क्षेत्र में कैसे यहां दो स्मार्ट सिटी डेवेलप किए जा रहे हैं, इस पर भी जानकारी दी जाएगी। धर्मशाला स्मार्ट सिटी में यह सम्मेलन होने जा रहा है तो वहां पहुंचने वाले वीआईपी को उस शहर के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी। वहीं शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल किस स्थान पर है और यहां क्या कुछ नया किया गया है उसके बारे में बताएंगे। कैसे नई शिक्षा नीति को हिमाचल में अपनाया गया है, क्या कुछ इसमें किया जाना है इसकी विस्तृत गाइडलाइन यहां बताई जाएगी। ऐसे ही दूसरे राज्यों के अधिकारी भी अपने-अपने राज्यों के बारे में बताएंगे और सभी राज्य एक दूसरे के अच्छे कार्यों को अपनाने का संकल्प यहां लेंगे।
धर्मशाला में आयोजन की तैयारियां पूरी
राज्यों की किस तरह से केंद्र सरकार मदद कर रही है और आगे कैसे मदद कर सकती है इस पर भी एक मास्टर प्लान यहां चर्चा के बाद सामने आएगा। प्रधानमंत्री इस बड़े सम्मेलन में खुद मौजूद होंगे। लिहाजा यह सम्मेलन बेहद नतीजे वाला होगा यह तय है। हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे राज्य को इसकी मेजबानी करने का मौका मिल रहा है जो हिमाचल के लिए बड़ी बात है। प्रदेश सरकार ने पूरी तैयारियां इस आयोजन के लिए की हैं। 16 व 17 जून को धर्मशाला में इस आयोजन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं व खुद मुख्यमंत्री इनकी तैयारियों को देख रहे हैं। बड़़ी संख्या में वीआईपी को लाने-ले जाने के लिए यहां पर सरकार ने व्यवस्थाएं कर रखी हैं।