शिमला :भारत की 16वीं जनगणना का कार्य वर्ष 2021 में किया जाना है जिसको लेकर हिमाचल में प्रारंभिक तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मुख्य सचिव अनिल खाची ने राज्य सचिवालय में जनगणना वर्ष 2021 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए गठित राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता की। खाची ने कहा कि जनगणना कार्य में पारदर्शिता और सही जानकारी के संकलन के लिए राज्य में जनगणना 2021 का अधिकतम कार्य मोबाइल ऐप के माध्यम से संपादित कराया जाएगा।
जानकारियों का संकलन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकेगा। फरवरी, मार्च माह में उपायुक्तों, जिले के अन्य अधिकारियों को जनगणना के कार्य का विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाएगा। निदेशक जनगणना सुशील कुमार काप्टा ने सूचित किया कि जनगणना कार्यालय द्वारा हिमाचल प्रदेश में 18 मास्टर ट्रेनर को नवंबर, 2019 में प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जो मार्च 2020 में जिला स्तर पर सभी जिलों में लगभग 418 फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण देंगे। इनके द्वारा अप्रैल माह में राज्य के लगभग 19,500 प्रगणकों और पर्यवेक्षकों को जनगणना 2021 का कार्य करने के लिए प्रशिक्षित दिया जाएगा। निदेशक जनगणना सुशील कुमार काप्टा ने जानकारी दी कि प्रगणक अपने मोबाइल का उपयोग कर मोबाइल ऐप के माध्यम से जनगणना का कार्य संपादित करेंगे।
काप्टा ने बताया कि राज्य में जनगणना 2021 के प्रथम चरण में 16 मई से 30 जून, 2020 तक मकानों की गणना की जाएगी और उन्हें सूचीबद्ध किया जाएगा। उपरोक्त कार्य के साथ साथ राष्ट्रीय जनगणना रजिस्टर को भी अपडेट किया जाएगा। जनगणना के संपूर्ण कार्य का पर्यवेक्षण वेबपोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। राजस्व विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। इस कार्य के लिए हिमाचल प्रदेश में फील्ड ट्रेनर्स, प्रगणकों और पर्यवेक्षकों की नियुक्ति का कार्य जिला स्तर, चार्ज स्तर पर किया जाएगा।
लोगों से सहयोग की अपील की मुख्य सचिव ने
मुख्य सचिव ने राज्य के सभी लोगों से अपील की है कि वे इस राष्ट्रीय कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लें। प्रगणकों को सही व पूर्ण जानकारी दें तथा जनगणना कार्य में पूर्ण सहयोग दें। उन्होंने कहा कि जनगणना सिर्फ महिलाओं और पुरुषों की गिनती ही नहीं है बल्कि देश के विकास में गति लाने का भी एक माध्यम है तथा सरकारें इन आंकड़ों पर विकास से संबंधित सभी योजनाओं का निर्धारण करती हैं।
25 हजार और 17 हजार मिलेंगे प्रगणकों को
मोबाइल के माध्यम से जनगणना कार्य करने वाले प्रगणकों को लगभग 25 हजार और पेपर पर कार्य करने वाले प्रगणकों को लगभग 17 हजार मानदेय डीबीटी माध्यम से ही उनके खाते में भेजा जाएगा। मोबाइल ऐप से जनगणना का कार्य संपादित होने से जनगणना संबंधी आंकड़े शीघ्रता से जारी किए जा सकेंगे। जनगणना 2021 के सभी आंकड़े देश की जनता की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से सरकार को नीति निर्धारण करने में सहायक सिद्ध होंगे।