राजीव भनोट। ऊना :
सुख समृद्धि और खुशियों का प्रतीक माने जाने वाला दीपावली का पर्व इस बार 4 नवंबर गुरुवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर बहुत ही शुभ योग में मनाया जाएगा। इस दिन तुला राशि में सूर्य, बुध, मंगल और चंद्रमा ये चार ग्रह एक साथ मौजूद रहेंगे।
ज्योतिष शोधार्थी व एस्ट्रोलॉजी एक विज्ञान रिसर्च पुस्तक के लेखक गुरमीत बेदी ने बताया कि इस बार दिवाली पर तुला राशि में 4 ग्रहों का संगम इस पर्व को और भी खास बना रहा है। इससे धन लाभ होने के साथ-साथ शुभ फलों की प्राप्ति होगी। नौकरी व व्यापार में तरक्की के योग भी बनेंगे और मान- सम्मान व पद- प्रतिष्ठा में भी वृद्दि होगी।
गुरमीत बेदी ने बताया कि अमावस्या तिथि 4 नवंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से प्रारंभ होकर 5 नवंबर को सुबह 02 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। 4 नवंबर को सुबह 7 बजकर 43 मिनट 36 सेकंड तक चित्रा नक्षत्र और उसके बाद स्वाति नक्षत्र रहेगा । अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:42:32 से 12:26:30 तक रहेगा। गुरमीत बेदी के अनुसार दिवाली पर लक्ष्मी पूजन मुहूर्त शाम 4 नवंबर को शाम 06 बजकर 09 मिनट से रात 08 बजकर 20 मिनट तक है। पूजन अवधि 01 घंटे 55 मिनट की होगी।
गुरमीत बेदी ने बताया कि तुला राशि में 4 ग्रहों का मौजूद रहना एक बेहद शुभ संयोग है। तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं जिन्हें ज्योतिष शास्त्र में सुख-सुविधाओं और धन आदि का कारक माना गया है। लक्ष्मी जी की पूजा से शुक्र ग्रह की शुभता में और वृद्धि होती है।
इसी तरह ज्योतिष शास्त्र सूर्य को ग्रहों का राजा, मंगल को ग्रहों का सेनापति , बुध को ग्रहों का राजकुमार और चंद्रमा को मन व माता का कारक माना गया है। दिवाली पर इन चारों ग्रहों का एक साथ रहना इस पर्व की खुशियां बढ़ाएगा।