ललित ठाकुर । पधर
मिनी कुंभ के नाम से विख्यात पधर उपमंडल की ग्राम पंचायत सियून का प्रसिद्ध एक दिवसीय हिमरीगंगा मेला धूमधाम से मनाया गया। मेले में पवित्र स्नान के लिए हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं का तांता दिन भर लगा रहा। नि:संतान दंपतियों सहित अन्य श्रद्धालुओं द्वारा पवित्र स्नान के बाद मनौतियां मांगने और चढ़ाने का दौर दिन भर चलता रहा।
वही गुप्त गंगा नारला में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली ।
नवविवाहित महिलाओं ने हिमरीगंगा सरोवर में आंचल पसार कर संतान प्राप्ति की मन्नत मांगी। यह स्थान निसंतान महिलाओं के लिए भी विशेष महत्व रखता है। नि:संतान महिलाएं पानी के स्त्रोत में अखरोट फैंकती हैं और नीचे की तरफ अपने दुपट्टे को लेकर खड़ी हो जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि भाग्य से जिस महिला के पास अखरोट आकर गिरता है उसे संतान प्राप्ति होती है।
श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ जाने से हिमाचल पथ परिवहन निगम सहित लगभग एक दर्जन से भी ज्यादा निजी बसें मुहैया होने बावजूद यात्रियों को भारी भरकम परेशानी के दौर से गुजरना पड़ा। हालांकि सैकड़ों की तादाद में अन्य छोटे वाहन भी दिन भर यात्रियों की सुविधा के लिए मार्ग में दौड़ते रहे। लेकिन धार्मिक आस्था के प्रतीक इस पवित्र स्नान में उमड़े श्रद्धालुओं की संख्या के आगे वे भी कम पड़ गए। जिस कारण सुगमता की यात्रा का एहसास यात्रियों को नसीब नहीं हो पाया। बसें खचाखच भरी होने के कारण सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पैदल सफर कर धार्मिक स्नान का आंनद लिया।
इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा मेले में सजी दुकानों में जमकर खरीददारी भी की गई। धार्मिक स्थल हिमरीगंगा में दिन भर जुटी श्रद्धालुओं की भीड़ से यहां जगह भी छोटी पड़ गई। जिस कारण जहां व्यापारियों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ी, वहीं खरीददारी में जुटे लोग भी परेशान हुए। हालांकि सुरक्षा को लेकर पधर पुलिस के साथ साथ जिला पुलिस का दल भी दिन भर पद्धर से लेकर हिमरीगंगा तक तैनात रहा। दोपहर तक ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रखने के लिए प्रशासन ने मुख्य मार्ग को वनवे रखा गया।
उधर, साहल गरलोग मार्ग में कचौटधार के पास सड़क दलदल होने से वाहन फंस रहे हैं, जिससे लंबे समय जाम लगा रहा जिससे यात्री परेशान हो रहे हैं। श्रद्धालुओं ने हिमरीगंगा में स्नान के बाद नारला की गुप्त गंगा में भी स्नान कर धार्मिक अनुभूति का आनंद लिया।