राजेंद्र ठाकुर। स्वारघाट
राज्य कर व आबकारी विभाग द्वारा हिमाचल प्रदेश टोल अधिनियम, 1975 के अंतर्गत जिला में स्थापित टोल नाकों पर टोल वसूली करने की प्रक्रिया के अंतर्गत प्रावधानों के अनुसार जिला मुख्यालय में नीलामी-सह-निविदा द्वारा अमल में लाई गई।
कार्रवाई की अध्यक्षता उपायुक्त पंकज राय ने की। इस अवसर पर भारतीय संयुक्त आयुक्त राज्य कर व आबकारी राकेश भारती, उड़नदस्ता, मध्य क्षेव, ऊना बतौर समाहता अनुपन कुमार सिंह, उपायुक्त राज्य कर व आबकारी जिला मंडी बतौर पर्यवेक्षक उपस्थित रहे।
राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त मनोज डोगरा ने बताया कि कार्रवाई के दौरान बिलासपुर जिला के नाकाओं के लिए विभिन्न इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा बोलियां व निविदाएं डाली गईं। इसके अंतर्गत नाकाओं के लिए सबसे अधिक बोली 10 करोड़ 5 लाख रमेश चौहान की ओर से लगाई गई, जो कि इन नाकों के लिए पिछले वर्ष लगाई गई बोली से 43 प्रतिशत अधिक है। साथ ही इन नाकों के लिए इस वर्ष के लिए निर्धारित किए आरक्षित मूल्य 7 करोड़ 60 लाख 98 हजार रुपये से 32.07 प्रतिशत तक अधिक है।
जिला बिलासपुर में 4 शैलाघोडा, कोलावाला टोबा, ग्वालथाई और गरामौडा टोल बैरियर है, जिनकी सबसे ज्यादा बोली लगाकर रमेश चौहान ने अपने नाम किया है। इस टोल नीलामी की अवधि 1 जुलाई, 2021 से शुरू होकर 31 मार्च, 2022 तक रहेगी।