हैप्पी जामरा । हमीरपुर
भारत सरकार के सरकारी बैंकों के निजीकरण के फैसले के विरोध में राष्ट्रिय बैंकों के कर्मचारी और अधिकारी वर्ग से जुड़े 9 संगठनों ने यूनाइटेड फोरम फॉर बैंक यूनियन के बैनर तले दो दिवसीय हड़ताल का आगाज 15 मार्च किया गया । बैंकिंग जगत में उपजे इस विद्रोह का मुख्य कारण सरकार द्वारा बजट में सरकारी बैंकों का निजीकरण का फैसला है। इस हड़ताल से हमीरपुर में सारे बैंक बंद रहे और बैंकिंग के सभी काम बुरी तरह प्रभावित हुए। इस दौरान सभी बैंकों के कर्मचारियों ने पंजाब नेशनल बैंक मंडल कार्यालय हमीरपुर के सामने धरना दिया और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
क्या कहते है यूनियन नेता?
हड़ताल के दौरान जब यूनियन से मुद्दों और हड़ताल पर बात करनी चाही तो पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर एसोसिएशन के राज्य सह सचिव और हमीरपुर मण्डल अध्यक्ष श्री प्रदीप कौंडल जी ने बताया कि सरकारी बैंकों के निजीकरण से जनता को सीधे सीधे ये नुकसान होने वाले है जैसे की बैंक में जमा धन के लिए सरकार की जिमेदारी समाप्त हो जायेगी और बैंको में जमा पैसा असुरक्षित हो जायेगा।छोटे दुकानदारों और किसानो को ऋण लेना असंभव हो जायेगा क्योंकि निजी बैंक कभी भी छोटे लोन को प्राथमिकता नहीं देंगे। साथ की सरकारी बैंकों को अपना सुरक्षित भविष्य सोचकर आए बैंक कर्मचारियों का रोजगार खतरे में पड़ जायेगा।
पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर एसोसिएशन के राज्य सचिव संदीप ने भी सरकार के निजीकरण के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा की सरकारी बैंकों के निजीकरण से अशिक्षित जनता और ग्रामीण जनता को भारी परेशानी होगी । ग्रामीण क्षेत्रों की शाखाओं को बंद कर दिया जाएगा और सरकारी योजनाओं के प्रति निजी बैंक अपनी मनमानी करेंगे। स्टेट बैंक ऑफिसर यूनियन से रीजनल सचिव श्री प्रेम नाथ कुमार ने कहा कि सरकारी बैंकों के निजिकरण के फैसले को वापिस लेने की मांग की और सरकार को चेतावनी दी कि अगर बैंकर समुदाय की इन मांगों पर नकारात्मक नजरिया जारी रखती है तो बैंक यूनियन अनिश्चित कालीन हड़ताल करेंगे जिसमें आम जन मानस और राष्ट्रिय अर्थव्यवस्था को हो रही हानि की जिम्मेवार सरकार स्वयं होगी।
AIPNBOA के मंडल सचिव श्री अनीश शर्मा ने कहा की सभी बैंक यूनियन एकजुट होकर सरकार के इस फैसले का विरोध तब तक जारी रखेंगी जब तक सरकार इस फैसले को वापिस नही लेती।
देशव्यापी हड़ताल में SBISA से श्री साहिल सपाहिया एवम AIBEA के श्री अशोक डोगरा,AIPNBOA से अजय कतना जी, रजनीश बनयाल जी, हुसन चंद, PNBOA के श्री भूपेंद्र सहगल, जसपाल सिंह , प्रदीप धीमान सहित 150 के लगभग यूनियन नेताओं और संघठन सदस्यों ने भाग लिया।