लक्क़ी /राजीव भनोट। ऊना
जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने शुक्रवार को जिलाधीश कार्यालय में एक बैठक का आयोजन आर्मी भर्ती रैली की तैयारियों को लेकर किया। इस बैठक में एडीसी डॉ. अमित, डॉक्टर एसडीएम डॉ. निधि पटेल, एसी टू डीसी रेखा शर्मा विशेष रूप से उपस्थित रहे, जबकि इस बैठक में नगर परिषद ऊना की तरफ से जेई राजेंद्र सैनी व सफाई निरीक्षक आशुतोष ने भाग लिया।
जिलाधीश ऊना ने सामाजिक संस्थाओं से बैठक के बाद इंदिरा मैदान ऊना व कॉलेज परिसर का दौरा कर भर्ती के लिए होने वाली व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उचित दिशा-निर्देश प्रशासन के अधिकारियों व्यवस्थाओं में लगे कर्मचारियों को दिए। उन्होंने कहा कि आर्मी के अधिकारी भर्ती के लिए व्यवस्थाओं हेतु पहुंच गए हैं, उनके साथ तालमेल स्थापित करके बेहतर व्यवस्थाएं बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि ऊना में इस वर्ष भी भर्ती में बेहतर व्यवस्थाएं राज्य भर के अनेक जिलों से आने वाले युवाओं को मिले और इसके अलावा जो अन्य राज्यों से भी आएंगे, उन्हें भी बेहतर व्यवस्थाएं मिलें। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि किसी प्रकार की दिक्कत भर्ती रैली स्थल पर आर्मी व युवाओं को न आए।
भर्ती में भाग लेने वाले युवाओं को भोजन व रहने की व्यवस्था जितनी अधिक से अधिक संभव हो निशुल्क मिले। डीसी ऊना राघव शर्मा ने कहा कि हमारा विश्वास है कि भर्ती में भाग लेने आने वाले युवाओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ऊना में नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए आवश्यक दूरभाष नंबर भी जारी किए जाएंगे जहां वे समय-समय पर संपर्क भी व्यवस्थाओं के लिए कर सकते हैं।
जिलाधीश राघव शर्मा ने कहा कि सामाजिक संस्थाओं व धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधियों का आभार है जो वे प्रशासन का सहयोग करते हुए बेहतर व्यवस्थाएं बनाने के लिए अपना सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग व्यवस्थाओं को बनाने के लिए दिया जाएगा।
इस अवसर पर ऊना जनहित मोर्चा के चेयरमैन हरिओम गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी लंगर व रहने की व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सभी से संपर्क किया गया है और प्रशासन ने जो उम्मीदें लगाए हैं, उन पर खरा उतरा जाएगा और प्रदेश भर से आने वाले युवाओं को अच्छी सेवाएं देने का प्रयास रहेगा, यह आर्मी भर्ती 17 मार्च से 3 अप्रैल तक उनके इंदिरा मैदान में चलेगी, जिसमें हर दिन अलग-अलग जिलों से सैकड़ों की संख्या में नौजवान भाग लेंगे और भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए अपने आप को समर्पित करेंगे।