अजय शर्मा। बंगाणा:
प्रदेश की जयराम सरकार में पशुपालन विभाग द्वारा पशुपालकों के लिए चलाई गई विभिन्न योजनाएं बेरोजगारों के लिए एक बेहतरीन व्यवसाय बन कर सामने आई है। जिसके चलते पशुपालन में उपमंडल बंगाणा आज पूरे प्रदेश में पहले पायदान पर है। विभिन्न योजनाओं में मुर्गी पालन भी आर्थिक विकास लाने की क्षमता के कारण एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
उपमंडल बंगाणा में अगर जयराम सरकार के पिछले डेढ़ वर्ष की बात करें, तो 15 बेरोजगार युवाओं ने पोल्ट्री बडर्स को अपनाकर स्वरोजगार अपनाकर अपनी आय में वृद्धि की है। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बेरोजगार युवाओं को मुर्गी पालन की ओर आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार और केंद्रीय सरकार द्वारा विभिन्न परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें से एक योजना है पोल्ट्री बड्र्स परियोजना।
इसके तहत अनुसूचित जाति के लाभार्थियों के लिए 200 चूजे जिसमें 50 अंडे देने वाली मुर्गियों के चूजे होते हैं। मुर्गी के दाने पानी के बर्तन तथा मुर्गी दाने के बर्तनों के साथ मुफ्त में दिए जाते हैं। इतना ही प्रदेश के पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने इसके लिए मनरेगा हेड से कुछ धनराशि मुर्गियों के शेड निर्माण सहायता के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है ताकि किसान मुर्गियों का सही रखरखाव कर सके।
प्रगतिशील किसानों को दिया जा रहा लाभ
उपमंडल बंगाणा के वरिष्ठ पशु चिकित्सक अधिकारी डॉ सतिंद्र ठाकुर ने कहा कि बेरोजगार युवा जो मुर्गी पालन को व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहता है, इससे बढिय़ा कोई विकल्प नहीं हो सकता। मुर्गियों के चीजों का वितरण होने से पहले लाभार्थियों को 4-5 दिन का उपमंडल स्तर पर प्रशिक्षण के साथ-साथ उन्हें इस व्यवसाय को सफल बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस वर्ष उपमंडल पशु चिकित्सालय बंगाणा के अधीनस्त क्षेत्र में बेरोजगार युवाओं अथवा अन्य प्रगतिशील किसानों को मुर्गी पालन के तहत इस परियोजना का लाभ दिया जा रहा है।
इस परियोजना को उपमंडल बंगाणा में सफल बनाने के लिए उपमंडल स्तर पर तथा पशु चिकित्सालयों के स्तर पर तकनीकी सहायता के अतिरिक्त मुफ्त में दवाइयां भी वितरित की जा रही हैं। मुर्गी के दाने के खर्च कम करने और मुर्गियों का वजन बढ़ाने के लिए अजोला-घास जो कि प्रकृति का अद्भुत वरदान है, 25-35 प्रोटीन, खनिज लवण तथा विटामिंस का उत्कृष्ट स्त्रोत है की क्यारी बनाने तथा लगाने की विधि लाभार्थियों को सिखाई जा रही है। इसके अलावा बीज भी मुफ्त में मुहैया करवाया जा रहा है, ताकि मुर्गी पालन से ज्यादा से ज्यादा लाभ अर्जित किया जा सके।
बंगाणा पशुपालकों में नंबर वन: कंवर
पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि उपमंडल बंगाणा पशुपालकों में राज्य में पहले पायदान पर है। जहां बेरोजगार युवा स्वरोजगार अपनाकर आय में वृद्धि कर रहे हैं और पशुपालक अच्छी नस्ल के पशु रखकर आय दो गुना कर रहे है। उन्होंने कहा कि मुर्गी पालन में बेरोजगार आगे आ रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है।
–अजय शर्मा, बंगाणा।