ललित ठाकुर। पधर
लोक निर्माण विभाग उपमंडल पधर के अधीन उरला-नौशा सड़क (Urla-Nausha Road) में पीडब्ल्यूडी (PWD) बीते तीन सालों में लाखों रुपये खर्च कर चुका है, लेकिन सड़क की दुर्दशा यहां महकमे की अनियमितताओं को बयां कर रही है। प्री-मानसून की पहली बारिश में ही सड़क नाले में तब्दील हो चुकी है। ऐसे में यहां वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है, जिस वजह से नौशा गांव के ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीडब्ल्यूडी महकमे की गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों की मानें तो सड़क मार्ग में सनौहली गांव से आगे नौशा तक हाल ही में महकमे ने ठेकेदारों के माध्यम से सड़क को चौड़ा करने के साथ-साथ आधा दर्जन स्लैब कलवर्ट का निर्माण कार्य किया है, जिस पर करीब 30 लाख से अधिक की धनराशि खर्च की जा चुकी है, लेकिन सड़क किनारे नालियां न बनाने से पहली ही बारिश में सड़क नाले के रूप में बदल गई है, जिस वजह से सनौहली गांव से आगे नौशा के लिए वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।
ग्रामीणों के वाहन भी नौशा में ही फंस गए हैं। ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग के प्रति रोष जताते हुए सड़क को शीघ्र दरुस्त करने की मांग की है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि शीघ्र सड़क मार्ग को दरुस्त नही किया गया तो मजबूरन धरने प्रदर्शन पर उतारू होना पड़ेगा।
ग्रामीणों के अनुसार गांव में कोई बीमार हो जाए तो सड़क मार्ग तक ले जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गृह निर्माण सामग्री गांव तक नहीं पहुंच रही है। डिपुओं से राशन भी पीठ पर उठाना पड़ रहा है।