शैलेश सैनी। नाहन
जिला मुख्यालय नाहन के वार्ड नंबर 2 यशवंत विहार में जल शक्ति विभाग की लापरवाही के चलते लाखों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। मुख्य सप्लाई की अढ़ाई इंच पाइप लाइन करीब 1 महीना से टूटी हुई है।
हालांकि इस टूटी हुई पाइप को करीब 2 या 3 दिन पहले लोगों की बार-बार शिकायत के बाद वेल्डर से जुड़वाया भी गया था, मगर पाइप फिर से टूट गई है। विभाग की इस लापरवाही का सबसे बड़ा खामियाजा उपभोक्ताओं के साथ पानी खोलने वाले की-मैन को भी भुगतना पड़ता है। जिन घरों में पानी नहीं आता है, वे लोग की-मैन से जवाबदेही मांगते हैं।
पानी खोलने वाले की-मैन के द्वारा इस टूटे हुए पाइप पर रबड़ बांधकर पानी रोकने के प्रयास किए गए, मगर अधिक प्रेशर होने के कारण यह जुगाड़ भी फेल हो गया।
यशवंत विहार कॉलोनी के निवासी संजय ठाकुर का कहना है कि उनके द्वारा जल शक्ति विभाग को कई बार इस समस्या से अवगत कराया गया। बावजूद इसके विभाग टूटी हुई पाइपलाइन जोड़ पाने में असमर्थ साबित हुआ है। स्थानीय निवासी नरेंद्र मोहिल का कहना है कि शहर में पानी की कोई कमी नहीं है पानी का प्रेशर भी बड़ा अच्छा आता था मगर पाइपलाइन टूट जाने की वजह से अब लोगों के घरों में पानी नहीं जा रहा है।
मोहिल ने विभाग से आग्रह करते हुए कहा कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाए। वही यशवंत विहार निवासी जगदीप कंवर का कहना है कि टूटे हुए पाइप की वजह से कॉलेज के नीचे वाली पहाड़ी प्राकृतिक झरना बन गई है। उन्होंने बताया कि पाइप के टूटे होने के कारण रोज लाखों लीटर पानी सड़कों पर बर्बाद हो रहा है। जबकि लोगों के घरों में पानी नहीं आ पा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस समय समस्या का समाधान केवल पानी खोलने वाला की मैन नहीं कर सकता। टूटी हुई लाइन को ठीक करने के लिए टेक्नीशियन की जरूरत होती है। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि इतना पानी रोज बर्बाद हो रहा है बावजूद इसके इस समस्या का समाधान करने के लिए जल शक्ति विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं आया है। मौके पर केवल जूनियर इंजीनियर राजेश ही पहुंचे हैं।
जूनियर इंजीनियर राजेश का कहना है कि जो इस लाइन को जोड़ने में निप्पल लगाया जाना है वह नाहन शहर में अवेलेबल नहीं है। उन्होंने बताया कि वह इस लाइन को जोड़ने के लिए कई बार मौके पर आए हैं। उन्होंने बताया कि इस पाइप पर विशेष प्रकार की वेडिंग होती है जिस की सुविधा यहां नहीं है। जूनियर इंजीनियर का कहना है कि पाइप का निप्पल पांवटा साहिब से मंगवाया गया है आज रविवार को समस्या का समाधान निश्चित रूप से कर दिया जाएगा।
बहरहाल जहां दशकों के बाद शहर से पानी की समस्या का दानव बमुश्किल गायब हुआ था मगर अब पानी के प्रेशर से पाइप लाइनें टूटने लग पड़ी है। समस्या तो सबसे बड़ी यह है कि जल शक्ति विभाग मौजूदा समय मैनपावर की भारी कमी से जूझ रहा है। 60 हजार की आबादी पर एक दर्जन कर्मचारी भी जल शक्ति विभाग के पास नाहन डिवीजन में मौजूद नहीं है।