शिमला:राज्य के कई जिलों में सोमवार 13 जनवरी से राशन डिपुओं में 50 रुपये किलो प्याज मिलना शुरू जाएगा। सिविल सप्लाई निगम के अनुसार कांगड़ा, शिमला और हमीरपुर जिलों के डिपुओं में प्याज पहुंच गया है। शेष में भी एक दो दिनों में पहुंच जाएगा, लेकिन दिक्कत अब यह है कि ये तुर्की से आए इस प्याज को अब खरीदे कौन? इसकी दो वजह हैं।
एक तो इसका साइज सामान्य से ज्यादा है और दूसरा खुले बाजार में भी रेट अब 50 और 60 रुपये के बीच आ गया है। दरअसल डिपुओं में प्याज बेचने का फैसला तब हुआ था, जबकि ओपन मार्केट में रेट करीब 100 रुपये था। लेकिन सप्लाई आने में देरी हुई। इधर केंद्र सरकार का कहना है कि प्याज समय पर आ गया था, लेकिन राज्यों ने सप्लाई टाइम पर नहीं उठाई। अब सप्लाई तो आ गई, लेकिन अब खुले बाजार के रेट भी लगभग एक जैसे हैं। इसका कारण यह है कि देश के कुछ राज्यों में प्याज की फसल अब लगभग तैयार है। ऐसे में प्याज की स्टोरेज या मुनाफाखोरी का अब बाजार में भी कोई लाभ नहीं है।
केंद्र से दालों का मसला उठाएगी सरकार
राज्य में दालों की सप्लाई में हो रही देरी का मसला राज्य सरकार केंद्र से उठाएगी। इसकी वजह यह है कि दालों की सप्लाई रूटीन में नहीं मिल रही है। राज्य सरकार दरअसल केंद्र सरकार की दो एजेंसियों से दालें लेती है। और वहां से सप्लाई आने में देरी हो रही है। राज्य सरकार दरअसल खुले बाजार से टेंडर के जरिये दालें लेना नहीं चाहती। लेकिन सप्लाई के वर्तमान सिस्टम में ही सुधार की जरूरत है।