ललित ठाकुर। पधर
उपमंडल पधर की उरला पंचायत में कोरोना संक्रमितों की बड़ी तादाद में मामले आने के बाद प्रशासन ने उरला, हियुण और नौशा वार्ड को कंटेनमेंट जोन बनाया है। यहां पर सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने की बंदिशें लगाई गई हैं।
सभी व्यापारी धारा-144 की पालना कर रहे हैं, लेकिन शराब का ठेका 2 दिनों से खुला है, जहां धड़ाधड़ शराब बिकती रही। बता दें कि ग्राम पंचायत उरला में कोरोना के 32 एक्टिव मामले सामने आए हैं, जहां उपमंडल प्रशासन ने उरला कस्बे सहित साथ लगते हियुण में सभी दुकानें बंद करने के फरमान जारी कर धारा-144 लागू कर दी है।
धारा-144 का पालन दुकानदार तो कर रहे हैं, लेकिन उरला बाजार में शराब के ठेके में धड़ाधड़ शराब बिक रही है, जहां पियक्कड़ भी भीड़ लगा रहे हैं। मामला स्थानीय प्रशासन के ध्यानार्थ लाने के बावजूद धारा-144 की सरेआम अवहेलना हो रही है, जिससे स्थानीय व्यापरियों में खासा आक्रोश उपमंडल प्रशासन के खिलाफ है।
रविवार को इस मामले बारे में एसडीएम पधर ने ठेका बंद करवाने के लिए पुलिस थाना पधर के एसएचओ को आदेश जारी किए। इसके बाद पुलिस ने उरला पहुंचकर ठेका बंद करवाया।
पंचायत समिति द्रंग के उपाध्यक्ष कृष्ण भोज ने प्रशासन से मांग की है कि दमकल वाहन भेजकर उरला कस्बे को पूरी तरह सेनिटाइज किया जाए और 72 घंटे बाद कस्बे की दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए, लेकिन 2 दिन बीत जाने के बाद भी इस बारे में पधर प्रशासन कोई प्रयास नहीं कर पाया ।