मल्टी स्टोरी पार्किंग में 302 कारें, 125 टू-व्हीलर को मिलेगी जगह बस स्टैंड के निकट भूमिपूजन के बाद काम शुरू करने की तैयारी
जीवन ऋषि : धर्मशाला
स्मार्ट सिटी धर्मशाला में दुनिया की नामी कंपनी एक मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने जा रही है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कोतवाली में आईएसबीटी बस स्टैंड के निकट 24 करोड़ से यह पार्किंग बनने जा रही है। कुल 23 करोड़ 98 लाख रुपये की कोस्ट के इस प्रोजेक्ट का काम एएनएस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को मिला है। करीब 50 साल पुरानी यह कंपनी अपनी वर्क क्वॉलिटी के लिए जानी जाती है। हाल ही में 30 मार्च को इस परियोजना का शिलान्यास सीएम जयराम ठाकुर ने किया था।
इस प्रोजेक्ट के तहत सात मंजिला आरसीसी स्ट्रक्चर खड़ा किया जाना है। इसमें पार्किंग के लिए सिक्स फ्लोर के साथ बेसमेंट व टैरेस पार्किंग के लिए बनाए जाएंगे। पार्किंग में 302 कारें और 125 टू-व्हीलर को जगह मिलेगी। इसके अलावा फायर फाइटिंग सिस्टम, दो लिफ्ट, आटोमेेटेड सेंसर, टायलेट्स, सर्कुलर रैंप, डीजी सेट, आरसीसी रोड आदि बनेंगे। कुल मिलाकर यह हिमाचल का सबसे हटकर स्मार्ट पार्किंग सिस्टम होगा। इसके लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस भी मिल चुकी है।
कोतवाली बाजार के निकट यह पार्किंग बनेगी। आईएसबीटी बस स्टैंड, रोप-वे और कोतवाली बाजार इसके बिलकुल निकट है। यहां रोजाना हजारों गाडिय़ों की आवाजाही होती है। रोप-वे के चलते मकलोडगंज भी बिलकुल करीब हो गया है। ऐसे में पूरा धर्मशाला शहर इस पार्किंग से जुड़ जाएगा। मौजूदा समय में डीसी आफिस, सचिवालय के अलावा शहर में कोई भी बड़ी पार्किंग नहीं है। ऐसे में यह पार्किंग मील का पत्थर साबित होगी।
-संजीव सैणी, जीएम इंजीनियर स्मार्ट सिटी।
हिमाचल में काम करना फख्र की बात
एएनएस कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के मालिक महिंद्र शर्मा हैं। उन्हें हाल ही में हिमाचल रत्न अवॉर्ड मिला है। महिंद्र शर्मा की गिनती क्वालिटी वर्क देने वाले बिजनेसमैन में होती है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में काम करना फख्र की बात है। कंपनी के वाइस प्रेजिडेंट वीके मलिक ने हिमाचल दस्तक को बताया कि छह मई के दिन कंपनी के डायरेक्टर महेश शर्मा के साथ उन्होंने भूमि पूजन कर लिया है। फिलहाल कंपनी ने काम शुरू कर दिया है।
स्मार्ट सिटी में यह प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होगा। धर्मशाला शहर में इससे पार्किंग की समस्या तो दूर होगी ही, साथ ही यह पार्किंग पूरे हिमाचल में अनूठी होगी। हर शहर में जरूरत के हिसाब से ऐसे प्रोजेक्ट संचालित किए जा रहे हैं।
-जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री।