हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला
सीएम जयराम ठाकुर ने बुधवार को शिमला से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से धर्मशाला को लगभग 100 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। सीएम ने धर्मशाला में 9.18 करोड़ की विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन तथा 86.29 करोड़ की परियोजनाओं के शिलान्यास किए।
सीएम ने धर्मशाला स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 3.55 करोड़ रुपये से 11 स्कूलों में 62 स्मार्ट कक्षा कमरों के निर्माण, 2.12 करोड़ रुपये से म्यूनिसिपल कमेटी के सामुदायिक हॉल, क्षेत्रीय अस्पताल, स्कूल शिक्षा बोर्ड, साईं इंडोर स्टेडियम, पुलिस अधीक्षक कार्यालय, मिनी सचिवालय और मंडलायुक्त कार्यालय में रूफ टॉप सोलर पावर पीवी प्लांट, जेएसवी द्वारा 3.51 करोड़ रुपये की लागत से भागसू नाग, पुराना चड़ी रोड़, राम नगर तथा चेलियां में रूट जोन तकनीक पर आधारित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया।
सीएम ने धर्मशाला स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा वार्ड 1 से 11 तक 27.82 करोड़ से बनने वाले मौजूदा पैदल चलने योग्य रास्तों एवं सीढिय़ों के निर्माण कार्य, मैक्लोडगंज के वार्ड 3 में 5.53 करोड़ से दलाई लामा मंदिर के पास पार्किंग का निर्माण कार्य, धर्मकोट में 4.67 करोड़ से पर्वतारोहण संस्थान को स्तरोन्नत करने, 24.22 करोड़ से वार्ड नंबर-1 से 17 तक स्मार्ट एलईडी आधारित स्ट्रीट लाइट्स, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) धर्मशाला के स्मार्ट खेल मैदान के 3.03 करोड़ के कार्य, जेएसवी द्वारा धर्मशाला नगर के सीवरेज सिस्टम को बढ़ाने एवं उसके उन्नयन पर 7.19 करोड़ के कार्य, जेएसवी द्वारा नड्डी के वार्ड-एक में 2.78 करोड़ की लागत से रूट जोन तकनीक पर आधारित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, जेएसवी द्वारा धर्मशाला नगर के वार्ड-9 में 10.40 करोड़ रुपये की लागत से मल-कीचड़ और सेप्टेज प्रबंधन प्रणाली, प्रदेश वन विभाग द्वारा धर्मशाला के वार्ड- एक में सैंट जॉन चर्च के पास 65 लाख की लागत से बनने वाले नेचर पार्क के निर्माण का शिलान्यास किए।
राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने दी शिवरात्रि की बधाई
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लोगों को शिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है और शिवरात्रि प्रदेश में मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण पर्व है। उन्होंने आशा जताई की यह पर्व लोगों के जीवन में खुशहाली और प्रसन्नता लाएगा। सीएम ने कहा है कि प्रदेश के लोग प्राचीन समय से ही पारम्परिक उल्लास के साथ शिवरात्रि का पर्व मनाते आ रहे हैं। उन्होंने कामना की कि शिवरात्रि का त्यौहार आपसी भाइचारे को सुदृढ़ कर लोगों के जीवन में नई उमंग और उत्साह का सृजन करने में सहायक सिद्ध होगा।