गुडिय़ा हेल्पलाइन में आई 1766 शिकायतें
अरविंद : आए दिन हमारे समाज में महिलाओं के साथ हिंसा की खबरें आती रहती हैं। हिमाचल जैसे शांत राज्य भी ऐसी खबरों से अछूता नहीं है। यहां भी दिन-प्रतिदिन महिलाओं पर अत्यचार के मामले दर्ज हो रहे हैं।
31 अक्तूबर 2019 तक प्रदेश में 1375 मामले दर्ज हो चुके हैं। जिनमें दहेज उत्पीडऩ, आत्महत्या, छेड़छाड़, दुष्कर्म, फेक फेसबुक अकांउट, अपहरण और घरेलू हिंसा आदि के मामले प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त कई मामले ऐसे भी हैं जिनका कोइ केस दर्ज नहीं हुआ और सहमति से ही हल कर दिए गए। ऐसे मामल ज्यादातर घरेलू हिंसा के होते हैं।
जनवरी से 22 नबंवर 2019 तक की शिकायतें
घरेलू हिंसा के मामले 784
फोन पर छेड़छाड़ के मामले 393
छेड़छाड़ के मामले 83
अपहरण 32
रेप 11
फेक फेसबुक आकउंट के मामले 64
अन्य मामलों में 399
कुल शिकायतें 1766
रेप 297
घरेलू हिंसा 206
छेड़छाड़ के मामले 431
अन्य मामले 441
गुडिय़ा हेल्प लाइन पर भी दर्ज हो रही हैं शिकायतें
सरकार द्वारा 26 जनवरी 2018 में सक्षम गुडिय़ा बोर्ड का गठन किया गया। इसमें गुडिय़ा हेल्पलाइन नंबर 1515 जारी किया गया। प्रदेश में अगर किसी भी महिला पर किसी तरह का अत्याचार होता है, तो वह इस नंबर पर शिकायत कर सकती है। गुडिय़ा हेल्पलाइन में दर्ज शिकायत संबंधित थाने को सौंप कर तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए जाते हैं। २०१८ से लेकर अब तक गुडिय़ा हेल्पलाइन में 3007 शिकायतें आ चुकी हंै और 2949 शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है और 58 मामलों पर कार्रवाई जारी है। अगर सिर्फ इस साल के आकंड़ों पर नजर डालें तो 22 नवंबर २०१९ तक गुडिय़ा हेल्पलाइन में 1766 शिकायतें आईं हैं और संबंधित थानों में इनके मामले दर्ज भी कर लिए गए हैं।