पुनीत वर्मा। कसौली
कसौली क्षेत्र में होटल कारोबार को कोरोनाकाल में करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। होटलों में कारोबार ठप पड़े लगभग एक महीने से ऊपर का समय हो चुका है। बिना कारोबार के आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई है।
यह बात होटल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वेद गर्ग ने कही। उनका कहना है कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण प्रदेश के हजारों होटल बंद पड़े हैं, जिसके कारण होटल कारोबार पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है।
होटल कारोबारियों का सरकार से निवेदन है कि हिमाचल की सीमाओं पर हिमाचल आने वाले पर्यटकों को रेपिड टेस्ट करवाने की सुविधा दी जा सकती थी, ताकि पर्यटकों को कुछ मिनटों में ही कोविड की रिपोर्ट मिल जाती, जिसके बाद पर्यटक आसानी से हिमाचल आ सकता है। ऐसा होने पर कोरोना के कारण हिमाचल के बेजान पड़े पर्यटन क्षेत्र को संजीवनी मिल सकती थी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में आने वाला हर व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं है, लेकिन अगर रेपिड टेस्ट के बाद कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे हिमाचल न आने दिया जाए। कसौली में आरमैडन होटल के मालिक राजकुमार सिंगला ने भी कोविड कर्फ्यू के कारण होटल उद्योग को बहुत बड़ा नुकसान पिछले वर्ष से हो रहा है।
कसौली क्षेत्र में इन दिनों पर्यटन कारोबार जबरदस्त होता है, लेकिन कोरोना कर्फ्यू के कारण बहुत कम नाम मात्र पर्यटक हिमाचल आ रहे हैं, जिसके कारण होटल कारोबार को बहुत बड़े नुकसान से होकर अपने आप को सुरक्षित रखना पड़ रहा है।
होटेलियर्ज की मांग है कि 14 जून के बाद जरूरी शर्तों के साथ पर्यटकों को हिमाचल आने दिया जाए, ताकि होटल को आर्थिक मंदी से उबारा जा सके। कोरोना वैश्विक महामारी के कारण हिमाचल के हजारों होटल कारोबारियों का काम ठप हो गया है, जिसके कारण होटल में कार्यरत स्टाफ को वेतन देने के भी लाले पड़ने लगे हैं।