-बीते साल के मुकाबले 231 ज्यादा बस हादसें
-चार स्कूली बसें भी हो चुकी है दुर्घटना ग्रस्त
-खतरनाक ड्राईविंग बन रहा हादसों का प्रमुख कारण
-प्रदेश में खतरनाक ड्राईविंग के चलते पेश आ चुके 362 हादसें
-ओवर स्पीड से भी पेश आ चुके है 240 हादसें
-5 माह में 954 हादसों में 403 की मौतें
टेकचंद वर्मा, शिमला
हिमाचल प्रदेश की सर्पीली सड़कों बस हादसें बढऩे लगे है। राज्य में मौजूदा साल में पेश आए सड़क हादसों पर नजर दौड़ाई जा तो 5 माह के दौरान ही हिमाचल में 259 बसें दुर्घटना ग्रस्त हो चुकी है। जो बीते साल यानि 2021 के शुरूआती पांच माह के मुकाबले 231 हादसें अधिक है। इसके अलावा उक्त अवधि के दौरान चार स्कूल बसें भी हादसों का शिकार हुई है।
राज्य में इस साल अब तक 259 बसें दुर्घटना ग्रस्त हो चुकी है। बीते साल उक्त अवधि के दौरान केवल मात्र 28 हादसें ही पेश आए थे। प्रदेश में इस साल पांच माह के दौरान ही साढ़ सौ से अधिक हादसें पेश आ चुके है। प्रदेश में मानसून सीजन की शुरूआत हो चुकी है। अगर अगामी दिनों के दौरान एतिहात नहीं बरती गई तो राज्य में उक्त हादसों में ओर बढोतरी आ सकती है।
राज्य पांच माह की अवधि के दौरान 954 सड़क हादसें पेश आ चुके है। इन हादसों में 403 लोग अंकाल मौत का ग्रास बन चुके है। जबकि हादसों में 1575 लोग घायल हुए है। प्रदेश में बीते साल यानि 2021 के शुरूआती पांच माह के दौरान 895 सड़क हादसें पेश आए थे। मगर मौजूदा साल में सड़क हादसों में भी बढोतरी आई है। हालांकि परिवहन विभाग द्वारा राज्य में जनता को जागरूक करने के लिए विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। मगर जागरूकता के बावजूद भी प्रदेश में हादसों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।
खतरनाक ड्राईविंग के चलते पेश आए ज्यादा हादसें
हिमाचल प्रदेश में पांच माह के दौरान पेश आए हादसें में सबसे ज्यादा हादसें मानवीय चुक के चलते पेश आए है। 90.16 फीसदी हादसें मानवीय चुक के चलते पेश आए है। हादसों को मुख्य कारण खतरनाक ड़ाईविंग है। राज्य में खतरनाक ड्राईविंग के चलते 362 हादसें पेश आ चुके है। वहीं ओवर स्पीेड के कारण 240 दुर्घटनाए घटित हो चुकी है।
इन जिलों में पेश आ रहे है ज्यादा हादसें
राज्य के कांगडा में पांच माह के दौरान सबसे ज्यादा हादसें पेश आए है। कांगडा में 162, मंडी में 140, शिमला में 121, सिरमौर में 103 और ऊना में 88 सड़क हादसें पेश आ चुके है। किन्नौर व लाहौल स्पीति को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में हादसों में इजाफा आया है।