मोनिका बंसल, शिमला
सावधान! अब शिमला में फास्र्ट ड्राईविंग करेंगे, तो मुसिबत में पड़ सकते है। शिमला की स्मार्ट पुलिस अब ऑनलाइन चालान काटेगी। हर आने जाने वाले वाहन की स्पीड पर स्पीडोमीटर से नजर रखी जाएगी। शहर में स्पीडोमीटर लगना शुरू हो गए हैं। इससे अब पुलिस प्रतिबंधित मार्गो पर निर्धारित रफ्तार से अधिक गति में दौडऩे वाले वाहन चालकों पर नकेल कस पाएगी। सामान्य तौर में प्रतिबंधित मार्गो पर परमिट धारक वाहनों को प्रवेश दिया जाता है। लेकिन परमिट की आड में वाहन चालक तेज रफ्तार में वाहनों को चलाते है। यहां पर पुलिस की चैंकिंग भी कम रहती है।
इसी वजह से अब ट्रैफिक पुलिस शहर के सभी प्रतिबंधित मार्गो पर तेज रफ्तार से वाहनों के चालान काटेगी। ट्रैफिक पुलिस सरप्राइज चेकिंग करेगी। इसमें कभी भी किसी का चालान हो सकता है। सामान्य तौर पर एचआरटीसी टैक्सियां प्रतिबंधित मार्गो पर सबसे तेज रफ्तार में दौड़ती हैं। लोगों की शिकायत रहती है कि प्रतिबंधित मार्ग पर लोग पैदल चलते हैं। ऐसे में फर्राटे में दौड़ती टैक्सियों से राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अब इन स्पीडोमीटर से वाहनों की रफ्तार पर भी निगाहें रहेगी।
स्पीडोमीटर का कार्य
बता दे कि स्पीडोमीटर में एक कैमरा लगा होता है, जो सामने से आने वाले वाहन की रफ्तार को कैद करता है। कैमरे के भीतर स्पीड दिखाई देती है। स्पीडोमीटर को हैंडल करने वाला पुलिस कर्मी एक क्लिक करता है तो वाहन की स्पीड रिकार्ड हो जाती है। उसके बाद प्रिंट की कंमाड दी जाती है। इसमें वाहन मालिक कोई आपत्ति दर्ज नहीं करवा सकता है।