मंडी : धर्म चंद वर्मा।
मंडी : छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी शहर में स्थित बाबा भूतनाथ मंदिर के स्वयंभू शिवलिंग पर 29 जनवरी तारा रात्रि से मक्खन चढ़ेगा। पहले दिन 21 किलो मक्खन से बाबा का शृंगार किया जाएगा। एक माह तक हर दिन अलग-अलग रूपों में बाबा का शृंगार होगा। इस दौरान शिवलिंग का जलाभिषेक नहीं होगा। केवल दृढ़ कंबल रूपी मक्खन चढ़ाया जाएगा। लोगों से शुद्ध मक्खन एकत्रित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
भूतनाथ मंदिर में शिवलिंग पर पहले दिन मंदिर के महंत, पुजारी व अन्य श्रद्धालुओं द्वारा मक्खन चढ़ाया जाता है। इसके पश्चात एक माह तक मंदिर में हर रोज श्रद्धालु मक्खन को चढ़ाते हैं। इस बार अगर कोविड का प्रकोप अधिक होगा तो सरकार और जिला प्रशासन की गाइडलाइन के आदेशानुसार ही मंदिर में कार्यक्रम होगा और सूक्ष्म रूप में ही परंपरा का निर्वहन किया जाएगा।29 जनवरी से लेकर अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि तक भगवान शिव को जल न चढ़ाकर मक्खन ही चढ़ाया जाएगा।
शिवरात्रि के दिन भगवान का जलाभिषेक के साथ शृंगार किया जाएगा।बाबा भूतनाथ मंदिर में मक्खन चढ़ाने की परंपरा 1527 ई. से मंडी नगर की स्थापना से चली आ रही है। मक्खन से पूरे एक महीने शिवरात्रि के दिन तक देशभर के अलग-अलग प्राचीन मंदिरों के रूपों में बाबा का शृंगार किया जाता है। यह परंपरा शिवरात्रि के एक महीने से शुरू हो जाती है।
29 जनवरी तारारात्रि से मक्खन चढ़ाने की परंपरा शुरू होगी। पहले दिन बाबा का 21 किलो शुद्ध मक्खन से शृंगार किया जाएगा। मक्खन एकत्रित करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
-देवानंद सरस्वती, महंत, भूतनाथ मंदिर