हिमाचल दस्तक। शिमला/धर्मशाला
नगर निगम चुनावों ने सीएम जयराम ठाकुर का विजयरथ रोक दिया है। चार नगर निगमों में पालमपुर और सोलन में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। पालमपुर में तो भाजपा शर्मनाक तरीके से हारी है। मुख्यमंत्री के गृह जिले मंडी में भाजपा ने जीत दर्ज की है। धर्मशाला नगर निगम में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी तो बनी है, लेकिन सत्तासीन होने के लिए उसे निर्दलीय पार्षद का सहारा लेना पड़ेगा। पार्टी सिंबल पर चुनाव लडऩे का निर्णय कहीं न कहीं सत्तासीन भाजपा के लिए महंगा साबित हुआ है। इससे पहले भाजपा ने लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड जीत दर्ज की थी। वहीं, धर्मशाला व पच्छाद उपचुनाव भी जोरदार ढंग से जीते थे।
बुधवार को चारों नगर निगमों के लिए मतदान हुआ। चार बजे तक मतदान होना था, लेकिन कई वार्डों में उसके बाद भी कतारें लगी रहीं। शाम सात बजे के आसपास नतीजे आने शुरू हो गए थे। पालमपुर की स्थिति सबसे पहले स्पष्ट हो गई। यहां एक समय तो भाजपा खाता खोलने के लिए भी तरस गई थी। कुल 15 वार्डों में से कांग्रेस ने 11 पर जीत दर्ज की। दो सीटें निर्दलीयों के खाते में गई। भाजपा की झोली में बड़ी मुश्किल से दो सीटें आईं। भाजपा ने यहां परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर को प्रभारी बनाया था।
सबसे रोचक मुकाबला सोलन में हुआ। यहां 17 वार्डों में से कांग्रेस ने 9 पर जीत दर्ज की है। भाजपा के हिस्से में 7 सीटें आईं, जबकि एक सीट निर्दलीय प्रत्याशी की झोली में गई। एक समय भाजपा आगे थी लेकिन फिर कांग्रेस मुकाबले पर आ गई। उसके बाद दोनों छह-छह पर रहीं। आखिर में स्थिति ऐसी बनने लगी थी कि यदि एक सीट भाजपा जीत जाती तो सत्ता की चाबी निर्दलीय के पास होती। लेकिन आखिरी वार्ड का नतीजा कांग्रेस के पक्ष में आया और पार्टी ने बहुमत हासिल कर लिया। सोलन का जिम्मा भाजपा दिग्गज डॉ. राजीव बिंदल को सौंपा गया था, लेकिन बात बनी नहीं।
सीएम के गृह जिले मंडी में पार्टी ने बढिय़ा प्रदर्शन किया। यहां 15 वार्डों में से भाजपा ने 11 में जीत दर्ज की है। कांग्रेस के हिस्से चार ही वार्ड आए। मंडी पर सभी की नजरें थीं। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने यहां का चक्रव्यूह रचा था और कांग्रेस उसे भेद नहीं सकी। खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी यहां डटे रहे थे। धर्मशाला के 17 वार्डों में से भाजपा ने आठ पर जीत दर्ज की है। कांगे्रस पांच ही वार्ड जीत सकीं। चार सीटें निर्दलीयों ने जीती हैं। भाजपा यहां बहुमत हासिल नहीं कर सकी। सत्ता की चाबी यहां निर्दलीयों के पास है। भाजपा ने यहां वन मंत्री राकेश पठानिया को प्रभारी बनाया था।
पालमपुर
कांग्रेस 11
भाजपा 02
निर्दलीय 02
कुल 15
धर्मशाला
भाजपा 08
कांग्रेस 05
निर्दलीय 04
कुल 17
मंडी
भाजपा 11
कांग्रेस 04
निर्दलीय 00
कुल 15
सोलन
कांग्रेस 09
भाजपा 07
निर्दलीय 01
कुल 17
छह नगर पंचायतों में से तीन पर भाजपा काबिज
प्रदेश की छह नगर पंचायतों में हुए चुनाव मेें तीन में भाजपा, दो में कांग्रेस और एक पर निर्दलीय काबिज हुए हैं। सोलन जिले की कंडाघाट नगर पंचायत की सात सीटों में भाजपा ने पांच जीती हैं। एक कांग्रेस और एक निर्दलीय को मिली है। कुल्लू जिले की नगर पंचायत निरमंड के सात वार्डों में छह पर भाजपा और एक सीट पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार विजयी हुआ है। कुल्लू की ही नगर पंचायत आनी में भाजपा समर्थित पांच उम्मीदवार जीते हैं, जबकि कांग्रेस को दो से ही संतोष करना पड़ा है।
शिमला के रोहड़ू उपमंडल की नगर पंचायत चिढग़ांव के सात वार्डों में कांग्रेस ने छह में जीत दर्ज की है। एक वार्ड में भाजपा जीती है। वहीं शिमला जिले की नगर पंचायत नेरवा में चार वार्डों में तीन में कांग्रेस समर्थित और एक वार्ड में भाजपा समर्थित उम्मीदवार विजयी हुआ है। तीन पार्षद पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हंै। ऊना जिले की नगर पंचायत अंब में नौ वार्डों में भाजपा के तीन, आजाद चार व कांग्रेस के दो प्रत्याशी जीते हैं। जो चार आजाद प्रत्याशी जीत कर आए हैं, वे भी भाजपा की विचारधारा से ही हैं। लेकिन आजाद में से दो पर कांग्रेस अपना दावा जता रही है।
नगर पंचायतों में निगमों से ज्यादा हुआ मतदान
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला
प्रदेश में कोविड के लगातार बढ़ते मामलों का 4 नगर निगमों, 6 नगर पंचायतों और 3 ब्लॉकों की 136 पंचायतों में हुए मतदान प्रतिशत में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। जनवरी माह में हुए 10 शहरी निकायों और 3500 के करीब पंचायतों में मतदान प्रतिशत जहां 80 प्रतिशत के करीब था तो बुधवार को हुए चुनावों में कोविड के मामले बढऩे के बावजूद अच्छी वोटिंग हुई है। खास बात यह रही कि नगर पंचायतों में नगर निगमों से ज्यादा वोटिंग दर्ज की गई। प्रदेश के चार नगर निगमों में 62.40 फीसदी मतदान हुआ, जबकि 6 नगर पंचायतों में 77.40 और 136 पंचायतों में 58 फीसदी मतदान हुआ।
चार नगर नगर निगमों सोलन, मंडी, धर्मशाला और पालमपुर में हुए मतदान में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 62.80 प्रतिशत और पुरुषों का मतदान प्रतिशत 62.00 फीसदी रहा। कांगड़ा जिले के पालमपुर और धर्मशाला दोनों नगर निगमों में कुल 63.00 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें महिलाओं का वोट प्रतिशत 63.50 और पुरुषों का वोट प्रतिशत 62.50 प्रतिशत रहा। नगर निगम
सोलन में कुल 55.30 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें महिलाओं का वोट प्रतिशत 55.30 पुरुषों का मतदान प्रतिशत 55.20 प्रतिशत रहा। नगर निगम मंडी में 69.40 प्रतिशत रहा। महिलाओं का वोट प्रतिशत 69.20 और पुरुषों का मतदान प्रतिशत 68.90 प्रतिशत रहा। नगर पंचायतों में मतदान प्रतिशत नगर निगमों की तुलना में काफी ज्यादा रहा। 6 नगर पंचायतों में कुल 77.40 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें कुल्लू जिले में कुल मतदान 79.50 प्रतिशत रहा।
यहां महिलाओं का मतदान प्रतिशत 81.30 और पुरुषों का 77.80 प्रतिशत रहा। शिमला जिले में कुल 78.20 फीसदी मतदान हुआ। इनमें महिलाओं का मतदान प्रतिशत 78.50 और पुरुषों का 78 प्रतिशत रहा। सोलन जिले में कुल 78.10 फीसदी मतदान हुआ। महिलाओं का वोट प्रतिशत 80.60 प्रतिशत और महिलाओं का मतदान प्रतिशत 79.20 प्रतिशत रहा। इसके अलावा ऊना जिले में कुल 76 प्रतिशत मतदान हुआ। इनमें पुरुषों का मतदान प्रतिशत 77.20 और पुरुषों का मतदान 74.40 प्रतिशत रहा।
136 पंचायतों में केवल 58.8 फीसदी मतदान
मंडी और शिमला जिले के तीन ब्लॉकों की 136 पंचायतों में प्रधान पद के लिए हुए चुनाव में सिर्फ 58.80 प्रतिशत मतदान ही हुआ। महिलाओं का मतदान प्रतिशत 58.40 और पुरुषों का मतदान प्रतिशत 59.20 प्रतिशत रहा।