साहिल डढवाल। नूरपुर
कोरोना संक्रमण में आज लोग एक दूसरे का साथ छोड़ रहे हैं। लोग जिंदा संक्रमित व्यक्ति से तो भेदभाव कर रहे वहीं कोरोना संक्रमण से मौत हो जाने पर भी मुह फेर रहे हैं। ऐसे दौर में प्रशासन लोगों के मन की भ्रांतियां दूर करने में लगा है तो लोगों की हर सम्भव मदद के लिए भी आगे आ रहा है। ऐसा ही मामला बुधवार को कंडवाल बैरियर पर देखने को मिला। जहां एक बार फिर प्रशासन कोरोना संक्रमित युवक का मददगार बना और उसे उसके घर तक पंहुचाने का काम किया।
दरअसल जम्मू में काम करने वाला हिमाचल एक युवक कंडवाल बैरियर पर पहुंचा। यहां पहुंचते ही युवक ने अपने आप को कोरोना संक्रमित बताया। इस बात की जानकारी मिलते ही बैरियर पर मौजूद कर्मचारी सतर्क हो गए और इस बात की सूचना एसडीएम नूरपुर को दी। युवक पालमपुर के नजदीक थुरल का रहने वाला है और जम्मु में काम करता है। इस युवक का कोरोना टेस्ट लखनपुर बैरियर पर लिया गया जहां इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी।
हैरानी की बात ये थी कि संक्रमित होने के बावजूद युवक पैदल ही कंडवाल बैरियर तक पहुंच गया। बता दें कि लखनपुर जम्मू पंजाब की सीमा पर है और यहां से कंडवाल बैरियर लगभग 40 किलोमीटर दूर है। लखनपुर से आगे कोई सहायता नही मिलने पर युवक पैदल ही कंडवाल पहुंच गया। वहीं एसडीएम नूरपुर डॉ सुरेंद्र ठाकुर को जब इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने तुरंत युवक को खाने के साथ जरूरी दवाइयां दी। साथ ही नूरपुर मिनी सचिवालय में तसिनत स्वयंसेवी की गाड़ी में उक्त युवक को उसके घर थुरल पहुंचाया। इस बारे में एसडीएम नूरपुर डॉ सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि ये युवक थुरल का रहने वाला है और ये पैदल ही लखनपुर से कंडवाल बैरियर तक पहुंच गया। युवक को जरूरी दवाइयों के साथ स्वयंसेवी की मदद से उसे घर भेजने का प्रबंध किया।
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