नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर के स्कूली छात्रों ने बुधवार को 150वीं गांधी जयंती के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का संकल्प लेते हुए लगभग दस हज़ार सोलर लाइट जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में विश्व कीर्तिमान दर्ज कराया है। इसके अलावा चार हजार से अधिक छात्रों ने पर्यावरण सततता का सामूहिक सबक़ सीखने का विश्व रिकार्ड भी गिनीज बुक में दर्ज कराया।
आधिकारिक बयान के अनुसार नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की पहल पर दस हजार से अधिक छात्रों ने गांधी जयंती के अवसर पर पर्यावरण के प्रति अहिंसा का भाव रखने का संकल्प लेते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए यह कीर्तिमान देश के नाम दर्ज कराया। बयान के अनुसार पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडेकर, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह और गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के अधिकारियों की मौजूदगी में विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने गिनीज बुक में विश्व रिकार्ड दर्ज कराने की ज़रूरत के मुताबिक़ एक साथ पांच मिनट तक दस हजार सोलर लाइट जलाकर रखीं।
ख़ास बात ये रही कि सोलर लाइट छात्रों ने स्वयं तैयार की हैं। इस अवसर पर मौजूद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के भारत में प्रतिनिधी ऋषि कुमार ने बताया कि विश्व कीर्तिमान बनाने की इस मुहिम में शामिल हुए छात्रों ने एक स्थान पर एक साथ सर्वाधिक सोलर लाइट जलाने का विश्व रिकार्ड बनाया है। इससे पहले इन छात्रों ने सर्वाधिक संख्या में एक साथ किसी विषय पर कुछ सीखने का विश्व रिकार्ड भी गिनीज बुक में दर्ज कराया।
ऋषि ने इस रिकार्ड की घोषणा करते हुए बताया कि छात्रों ने पर्यावरण सततता का सामूहिक सबक़ सीखने का विश्व रिकार्ड बनाया है। छात्रों की इस पहल को कारगर बनाने में मदद कर रहे प्रो. चेतन रस्तोगी ने 4780 छात्रों को एक साथ पर्यावरण सततता का सबक़ सिखाते हुए उन्हें दौर ऊर्जा के महत्व से परिचित कराया। इस दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने शून्य कार्बन उत्सर्जन वाली सौर ऊर्जा के अधिकतम इस्तेमाल करने और कम से कम सात पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण करने में सक्रिय मदद करने की शपथ दिलाई।
उन्होंने सौर ऊर्जा के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र संघ में स्वच्छ ऊर्जा के रूप में 450 गीगावाट अक्षय ऊर्जा बनाने के लक्ष्य की घोषणा की है। इसमें सौ गीगावाट सौर ऊर्जा शामिल है। जावड़ेकर ने छात्रों से इस लक्ष्य को हासिल करने में सक्रिय योगदान का आह्वान करते हुए कहा कि अब नया नारा हमारा घर हमारी बिजली होगी।
इसमें हर परिवार को बिजली उपभोक्ता बनने के बजाय सौर ऊर्जा के माध्यम से ऊर्जा उत्पादक बनने की परिपाटी शुरु हो गई है। इसके अलावा उन्होंने मुंबई में हर छत पर सोलर पैनल लगा कर सौर ऊर्जा उत्पादन की मुहिम शुरु करने की भी घोषणा की। इस दौरान आर के सिंह ने छात्रों से अध्ययन में पारंपरिक बिजली के बजाय सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करने का आह्वान किया। इससे पहले जावड़ेकर और सिंह ने प्रो. रस्तोगी की पुस्तक एनर्जी स्वराज का विमोचन भी किया।