हिमाचल दस्तक ब्यूरो। धर्मशाला
इन दिनों फेस्टिवल सीजन चल रहा है, ऐसे में डिपार्टमेंट आफ हेल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन के फूड सेफ्टी विंग मिठाइयां बनाने वालों पर नजर रखे हुए है। जहां फूड इंस्पेक्टर्स लगातार फील्ड में जाकर सेंपलिंग कर रहे हैं, वहीं खराब मिठाइयों को नष्ट भी करवाया जा रहा है।
फूड सेफ्टी विंग ने लोगों से जहां फेस्टिवल सीजन में मिठाइयां देखकर लेने की अपील की है, वहीं मिठाइयां बनाने वालों से ज्यादा रंगों का इस्तेमाल न करने का आह्वान किया है।
गौरतलब है कि करवाचौथ पर्व के बाद दीपों का पर्व दिवाली आएगा, ऐसे में आजकल बाजारों में जो भी मिठाइयां बनाने वाले हैं, जोर-शोर से मिठाइयां बनाने में लगे हुए हैं। फेस्टिवल सीजन में मिठाइयों की बिक्री ज्यादा होने के चलते फूड सेफ्टी सुनिश्चित हो, इस पर नजर रखी जा रही है।
अब तक डिपार्टमेंट आफ हेल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन के माध्यम से जिला भर में 26 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है।
यदि सेंपल जांच में किसी दुकानदार की मिठाई सही नहीं पाई जाती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है। अभी भी जहां फूड इंस्पेक्टर जांच हेतू जा रहे हैं, वहां खराब मिठाइयां पाए जाने पर उन्हें नष्ट करवाया जा रहा है। यही नहीं जहां दुकानों के किचन में सफाई नहीं है तो उन्हें सुधार करने की बात भी कही जा रही है।
विभाग द्वारा जो सैंपल भेजे गए हैं, वो सही नहीं पाए जाते हैं तो संबंधित दुकानदार को जुर्माना भी किया जा सकता है। विभाग ने दुकानदारों व आम जनता से मिठाइयां बनाने व खरीदने में सावधानी अपनाने का आह्वान किया है।
उधर डिपार्टमेंट आफ हेल्थ सेफ्टी एंड रेगुलेशन की असिस्टेंट कमिश्नर (फूड सेफ्टी) सविता ठाकुर का कहना है कि 2 फूड इंस्पेक्टर रूटीन में सैंपलिंग कर रहे हैं। लोग भी फ्रेश मिठाई ही खरीदें। दुकानदार मिठाइयों में ज्यादा रंगों का इस्तेमाल न करें। अब तक जिला में मिठाइयों के 26 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं, सैंपल फेल होने पर जुर्माने का प्रावधान है।