चंद्रमोहन चौहान, ऊना। पुस्तक विक्रेताओं द्वारा निजी स्कूलों द्वारा मनमानी कीमतों पर पुस्तकें, स्टेशनरी, व ड्रैस बेचने की बात को लेकर सीबीएसई एफीलेटिड स्कूल सामने आ गया है। शुक्रवार को एसएसआरवीएम स्कूल में सीबीएसई एफीलेटिड स्कूल के एमडी ने बैठक की। बैठक की अध्यक्षता एसएसआरवीएम स्कूल के एमडी सुमेश शर्मा ने की, जबकि जिला के करीब एक दर्जन सीबीएसई एफीलेटिड स्कूल के एमडी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान स्कूल में किताबें व डै्रसे न बेचने की बात कहते हुए केवल वेंडर्स की जगह उपलब्ध करवाने की बात कही गई। इसके उपरांत सभी ने डीसी ऊना संदीप कुमार से मुलाकात करते हुए अपना पक्ष रखा। सुमेश शर्मा ने कहा कि स्कूल किताबें व ड्रैसे नहीं बेचते हैं, बल्कि हम वेंडर्स के लिए जगह उपलब्ध करवाते हैं। जिसमें हमारे लोकल व्यापारी भी हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि परिजनों के कहने पर ही स्कूल में इस सुविधा को शुरू करवाई है। उधर, वीपीएस स्कूल के निदेशक अनुज वशिष्ट ने कहा कि पुस्तक विक्रेता हमारे भाई है। हम सब मिलकर ही काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले स्कूल प्र्रबंधन द्वारा किताबों को लेकर एक लिस्ट नोटिस बोर्ड पर लगा दी जाती है, ताकि पुस्तक विक्रेता किताबे समय पर ला सके। उन्होंने कहा कि कोई भी स्कूल बाध्य नहीं करता कि स्कूल वाली दुकान से ही पुस्तकें लेनी है। परिजन कहीं से भी पुस्तक खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई अभिभावक अधिकारियों के पास शिकायत करता है कि स्कूल वाले चयनित दुकान से पुस्तक लेने के लिए बाध्य करता है, तो विभाग को स्कूल के खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि परिजनों की सुविधा के लिए ही स्कूल में वेंडर्स खोले जाते हैं, ताकि बच्चों को ज्यादा परेशानी न हो। इस अवसर पर विजयता राणा, विनोद आनंद, एमएल शर्मा, सुनील चौधरी, प्रमोद शर्मा, कृष्ण कालिया, अजय जसवाल, गौतम, नरेंद्र शर्मा, निर्मल ठाकुर, निर्मला देवी व मीना शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।