हिमाचल दस्तक ब्यूरो। नाहन
कोरोना महामारी के दौरान प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा बेरोजगार युवाओं को घर द्वार के समीप रोजगार उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत सरकार द्वारा अनेको कल्याणकारी कदम उठाए हैं। इसके तहत शहरी क्षेत्रों में लोगों को आर्थिक संबल बनाने के लिए मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना आरंभ की गई है।
कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद नाहन अजमेर सिंह ठाकुर ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर के दौरान नाहन शहर में मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत मई, 2021 से 40 बेरोजगार युवक, युवतियों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है जिन्हें 300 रूपये प्रतिदिन दिहाड़ी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि इन लोगों से शहर के शिमला रोड पर बिरोजा फैक्ट्री के समीप 1 करोड़ 10 लाख रूपये से प्रस्तावित पार्क स्थल की साफ- सफाई, विला राऊंड के सौंदर्यकरण का कार्य, चंबा मैदान से मिट्टी हटाने तथा ड्रेनेज की सफाई, गलियों की मुरम्मत तथा शहर के सभी 13 वार्डो की कोरोना संक्रमण से बचाव स बन्धी सैनिटाइजेशन का कार्य करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि नगर परिषद नाहन द्वारा 10 लोगों को शहर की सैनेटाइजेशन कार्य के लिए नियुक्त किया गया है।
ठाकुर ने बताया कि नगर परिषद नाहन द्वारा शहर की सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करने के लिए 158 कर्मचारी कार्यरत है। इन्हें प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार इस वर्ष अप्रैल तथा मई माह के दौरान 2000 रुपए प्रति माह अतिरिक्त राशि के हिसाब से कुल 4000 हजार रुपए प्रति सफाई कर्मचारी को उनके बैंक खातों में प्रदान की गई है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना के तहत नगर परिषद नाहन द्वारा गत वर्ष 300 बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवाया जिसमें 40 प्रतिशत महिलाएं तथा 60 प्रतिशत पुरुष थे, जिन्हें 120 दिनों का रोजगार दिया गया जिस पर 80 लाख रूपये की राशि व्यय की गई है।