हिमाचल दस्तक। पतलीकूहल
पतलीकूहल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्सों ने बुधवार को आम जनमानस को कोविड-19 टीकाकरण और कोविड-19 की टेस्टिंग कर नर्सिंग दिवस मनाया। नर्सिंग के संस्थापक फ्लोरेंस नाइटइंगेल का जन्म 12 मई, 1820 को हुआ था।
इसलिए 1965 से उनकी याद में 12 मई को नर्सिंग दिवस के रूप में मनाया जाता है, परंतु भारत में इसकी शुरुआत 1973 में परिवार एवं कल्याण विभाग ने की थी। सीएचसी पतलीकूहल में नर्स सीएचओ रेनु शर्मा, वैजयंती माला शर्मा, लीना कपूर, हेल्पर प्रोमिला, फार्मासिस्ट प्रताप जो कोविड-19 सैंपलिंग के लिए पतलीकूहल में तैनात हैं और आशा वर्करों में मीरा, पुष्पा, गीता, आरती, दबीना, मेघा लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
कोरोनाकाल में पिछले एक वर्ष से अधिक समय से ये सभी लगातार अपनी सेवा से मरीजों को ठीक करने में अपना दिन-रात एक कर रहे हैं। कोविड -19 जैसी भयानक बीमारी के बीच अपनी व अपने परिवार की चिंता किए बगैर ये लगातार स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ गांवों में भी लगातार अपनी सेवा दे रहे हैं।
पिछले वर्ष जब पूरे देश में कोविड के चलते तालाबंदी की गई थी तो कोरोना से जूझ रहे लोगों को नर्सों ने ही अपनी सेवा से उन्हें नया जीवन प्रदान किया था।