रोशन लाल शर्मा। सुंदरनगर
कोरोना काल में जिंदगी बचाना तो मुश्किल है ही परंतु इसके साथ साथ जिंदगी बसर करना भी इस महामारी के दौरान एक चुनौती से कम नहीं। यह बात सुंदरनगर के पूर्व विधायक व पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर ने कही।
उन्होंने कहा कि खाने-पीने की वस्तुओं के भाव सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि सरसों का 1 किलो ग्राम तेल 200 से पार हो गया है। ऐसी कोई चीज नहीं जिसके भाव में बढोतरी नहीं हुई हो। जो जिस का मन किया वह भाव बन गया।
सरकार का महंगाई रोकने पर कोई नियंत्रण नहीं है। सब्जियों से लेकर हर खाने-पीने की वस्तुओं के दामों में रोज इजाफा हो रहा है, परंतु सरकार इस पर न कोई नियंत्रण कर पा रही है और न ही कोई रोकटोक कर रही है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ बेरोजगारी और दूसरी तरफ खाने-पीने की हर वस्तु की दरों में लगातार बढ़ोतरी लोगों को बदतर जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर रही है, जबकि होना तो यह चाहिए था कि सरकार महामारी की स्थिति में हर बात की समीक्षा समय रहते करती और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए हर कदम उठाती, परंतु देखा यह जा रहा है कि न तो सरकार महामारी को रोकने में सफल हुई और न ही मरीजों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करा सकी। चारों तरफ मौत का तांडव है।
बिहार जैसे राज्यों में तो लोगों को मजबूरन लाशें नदियों में फेंकनी पड़ रही हैं। जैसे कि आज बिहार जैसे राज्यों से खबरें आ रही है। अगर समय रहते सरकार आ रही मुशिकलों की समीक्षा नहीं करती और जनता की मुश्किलों पर संज्ञान नहीं लिया जाता तो स्थिति और बिगड़ने की पूर्ण आशंका है।