आशा शर्मा। घुमारवीं
भाषा एवं संस्कृति विभाग तथा स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण परिषद के संयुक्त तत्वाधान में राहियां में आजादी का अमृत महोत्सव समारोह आयोजित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश के निदेशक पंकज ललित ने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पूरे प्रदेश में आजादी का अमृत महोत्सव समारोह मनाया जा रहा है और इसी कड़ी में राहियां में आयोजित कार्यक्रम में बिलासपुर जिला से संबंधित स्वतंत्रता सेनानियों, उनकी वीरांगनाओं और आश्रितों को सम्मानित करते हुए हम सव गर्व और सम्मान महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए कहा कि देश को आजाद कराने में देश भक्तों की अहम भूमिका व संघर्ष रहा है। आजादी की लड़ाई में न केवल प्रदेश बल्कि बिलासपुर जिला भी पीछे नहीं रहा। पंझौता आंदोलन, धामी कांड तथा प्रजामंडल आंदोलन में बिलासपुर के अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने अपना योगदान दिया है।
इस मौके पर उन्होंने शहीद स्मारक भवन के लिए जमीन का दान देने के लिए सेवानिवृत्त महानिदेशक पुलिस आईडी भंडारी का धन्यवाद किया। इससे पूर्व उन्होंने शहीद स्मारक राहियां में श्रद्धासुमन पुष्प भेंट किए और स्वतंत्रता सेनानी भवन की आधारशिला के उपरांत ध्वजा रोहण किया गया।
उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण परिषद के राज्य अध्यक्ष प्रेम लता शास्त्री, सुभाष गुप्ता, सुरेश भारद्वाज, ध्वनि प्रसार सेवा एवं कवरेज के लिए सूचना एवं जन विभाग का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर बिलासपुर के स्वतंत्रता सेनानी सहज राम (बड़ोआ), बुद्धि राम (पंतेहड़ा), शालीग्राम (पेहड़वीं) के अतिरिक्त मरणोपरांत स्व. नरोतम दत्त शास्त्री, गांधी राम गुप्ता, दुर्गा राम, गंगा राम, वंशी राम, धनी राम, सिपरु राम, लौहरु राम, मुंशी राम, लश्करी राम, श्रवण कुमार शर्मा, लेख राम भारद्वाज और प्रेम सागर की वीरांगनाओ और आश्रितों को सम्मानित किया गया।