हिमाचल दस्तक ब्यूरो। ऊना
हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल ने प्रदेश में ऑनलाइन खरीरदारी को लेकर कड़ा विरोध जताया है। व्यापार मंडल के प्रदेशाध्यक्ष सुमेश शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोरोना संकट के चलते सरकार ने लॉकडाउन जैसा सख्त कदम उठाया है, जिसका व्यापारी सहयोग कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान जिस प्रकार से ऑनलाइन शॉपिंग को खुली छूट दे रखी है, यह असहनीय है, इसे बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऑनलाइन खरीददारी बंद न हुई, तो सभी व्यापारी अपनी दुकानें खोलने पर मजबूर होंगे। साथ ही व्यापार मंडल ने प्रदेश सरकार से पंजाब की तर्ज पर छूट के दौरान सभी दुकानों को खोलने की अनुमति मांगी है।
सोमवार को जारी प्रेस बयान में हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुमेश शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्णय पर सभी व्यापारियों ने समर्थन दिया है, लेकिन अभी भी ऑनलाइन शॉपिंग जारी है, ऐसे में ऑनलाइन शॉपिंग अपने आप में व्यापार पर एक खतरा बनकर मंडरा रहा है, इस पर पाबंदी की बात भी मानी जाए। उन्होंने कहा कि जैसे कोरोना संकट के दौरान मार्केट बंद है, उसी प्रकार ऑनलाइन शॉपिंग की खरीदारी को भी बंद किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग से व्यापारियों पर सीधी मार पड़ रही है। एक तरफ स्थानीय व्यापारी अपना व्यापार बंद कर सरकार को कोरोना संकट से लडऩे में सहयोग कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर बड़ी-बड़ी कंपनियां ऑनलाइन सेल के माध्यम से व्यापारियों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है। सुमेश शर्मा ने कहा कि सरकार या तो ऑनलाइन इस शॉपिंग को भी बंद करवाए या फिर दुकानें खोलने का सभी को मौका दें। उन्होंने कहा कि दोहरा मापदंड नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वैसे भी ऑनलाइन शॉपिंग अपने आप में एक ऐसा धीमा जहर है, जो व्यापारियों के लिए आने वाले समय में खतरे से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी जिलों में तीन घंटे की छूट दी है, ऐसे में सरकार से हमारी मांग है कि अगर छूट देनी है, तो सभी प्रकार के व्यापारियों को दी जाए। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने सभी व्यापारियों को कुछ घंटे दी छूट दी है, ऐसे में हिमाचल सरकार को भी इस मामले पर विचार करना चाहिए।