शैलेश सैनी। नाहन
कोविडकाल के लंबे समय बाद जिला मुख्यालय नाहन में हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच की मासिक बैठक का आयोजन हुआ। मंच के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार पहवा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में रिटायर्ड कर्मियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर गुब्बार निकाला।
राजेंद्र कुमार का कहना है कि प्रदेश में मौजूदा समय में एचआरटीसी के रिटायर्ड कर्मचारियों का सबसे ज्यादा शोषण हो रहा है। उन्होंने कहा कि 3 महीनों से अधिक का समय गुजर चुका है, मगर अभी तक उनकी पेंशन खातों में नहीं डाली है।
कोषाध्यक्ष सतीश चंद गर्ग, महासचिव हरशरण शर्मा आदि ने बताया कि जबसे वह सेवानिवृत्त हुए हैं, कभी भी समय पर पेंशन नहीं आई है। उन्होंने बताया कि 2017 से अभी तक मेडिकल बिलों का भुगतान नहीं हुआ है।
सेवानिवृत्त कर्मचारियों का कहना है कि पैसे न होने के कारण अब तो मेडिकल स्टोर वाले उधार दवा भी नहीं दे रहे हैं। बैठक में सभी कर्मचारियों ने सरकार से मांग की है कि उनकी पेंशन की डेट फिक्स की जाए। कर्मचारियों ने मांग करते हुए कहा कि जो 2015 से डीए के एरियर और आईआर का एरियर जो बकाया है उसका भी जल्द भुगतान करवाया जाए।
गौरतलब है कि प्रदेश में करीब साढ़े 6 हजार के आसपास एचआरटीसी के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। राजेंद्र कुमार पाहवा ने सरकार से सभी कर्मचारियों की ओर से मांग करते हुए कहा कि उनकी समस्याओं का जल्द समाधान किया जाए।
उन्होंने कहा कि अब तो हालात यह हैं कि जेब में पैसा न होने के कारण दो वक्त की रोटी के भी लाले पड़ रहे हैं। बहरहाल प्रदेश का परिवहन विभाग करोड़ों रुपये की बसें खरीदने को तैयार है मगर जिन्होंने करोड़ों रुपये कमाकर सरकार का राजस्व जुटाया है, वे आज भूखे मरने की कगार पर हैं।