जय प्रकाश। संगड़ाह
लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह के अंतर्गत 3 करोड़ 28 लाख की लागत से निर्माणाधीन जंदरायण-सनग सड़क को एक प्रभावशाली शख्स द्वारा बीचोंबीच कच्चा मकान बनाकर बंद कर दिया है।
नाबार्ड के तहत वर्ष 2014 से निर्माणाधीन सड़क पर शुरुआती हिस्से में हाल ही पत्थर का मकान बनाए जाने के बाद विभाग व स्थानीय प्रशासन द्वारा इसे हटाया जाना तो दूर यहां सड़क का शेष काम ही बंद कर दिया गया।
स्थानीय ग्रामीणों द्वारा इस सड़क से अवैध कब्जा न हटाए जाने तथा सड़क का निर्माण कार्य लंबित रखी जाने के लिए विभाग व प्रशासन के प्रति रोष जताया। ग्रामीणों ने बताया कि, वह अधिशासी अभियंता संगड़ाह के अलावा इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी कर चुके हैं।
मंगलवार को भी ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल सड़क बंद किए जाने के मुद्दे पर संगड़ाह में क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता बलबीर चौहान तथा कुछ संबंधित अधिकारियों से मिला। ग्रामीणों 3.28 करोड़ के इस मार्ग का निर्माण कार्य 7 साल बाद भी पूरा न होने के लिए भी विभाग के प्रति रोष जताया।
गौरतलब है कि उपमंडल संगड़ाह में गत एक दशक में जमीन की कीमतें कई गुना बढ़ने तथा प्रशासन द्वारा अवैध कब्जा धारकों पर कार्रवाई न किए जाने के चलते यहां दिन-ब-दिन सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे बढ़ते जा रहे हैं।
अतिक्रमण के चलते जहां स्थानीय डिग्री कॉलेज व नए अस्पताल भवन के संपर्क मार्ग अब केवल छोटे वाहनों लायक रह गए हैं, वहीं बस अड्डा-मिनी सचिवालय संपर्क मार्ग पर छोटे वाहन भी नहीं जा पा रहे हैं।
16, अक्तूबर, 2016 को स्थानीय तहसीलदार, एसडीओ लोक निर्माण व एसएचओ आदि अधिकारियों द्वारा मुख्य बाजार संगड़ाह में हालांकि, सरकारी जमीन पर बनी 4 आधा दर्जन दुकानों पर ताले जड़े गए थे, मगर तब से आज तक उक्त अवैध कब्जे नहीं हट सके।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह शर्मा ने बताया कि जंदरायण-सनग सड़क से अवैध कब्जा हटाने के लिए पुलिस व प्रशासन की मदद मांगी गई है तथा वह इस बारे थाना प्रभारी को भेजे गए पत्र की प्रति एसडीएम व डीएसपी संगड़ाह को भी भेज चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले स्थानीय जेई जेसीबी लेकर उक्त अतिक्रमण हटाने गए थे, मगर कब्जाधारकों के विरोध के चलते अवैध ढांचा नही गिराया जा सका। अधिशासी अभियंता रतन शर्मा व कार्यवाहक थाना प्रभारी संगड़ाह बालाराम ठाकुर ने बताया कि कल उक्त कब्जा हटाने के लिए फिर से टीम भेजी जाएगी।