आशा शर्मा। घुमारवीं
किसी भी मुकाम को हासिल करना हो तो उसके लिए मन में दृढ़ संकल्प होना जरूरी है। मेहनत के साथ किस दिशा में अपने जीवन को ले जाना है, यह मन में ठान लेना बेहद जरूरी है।
यह कहना है यूपीएससी में 80वां रैंक हासिल करने वाले जिला बिलासपुर के घुमारवीं क्षेत्र की पंचायत पडयालग के निवासी इशांत जसवाल का। इशांत का कहना है कि पढ़ाई के दौरान बहुत सी कठिनाई आती हैं, लेकिन जो भी इन कठिनाइयों से डट कर सामना करता है, वह सफलता हासिल करता है। इशांत ने कहा कि माता-पिता से मिली प्रेरणा के बाद एनआईटी हमीरपुर के छात्र इशांत ने पूरे भारत मे 80वां स्थान हासिल किया है।
इशांत के मन में सिविल सर्विसेज में जाने की कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन माता-पिता ने इशांत को इस ओर मोटिवेट किया, जिसके बाद पहले ही प्रयास में इशांत ने इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर लिया।
इशांत जसवाल ने भारतीय सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 उत्तीर्ण कर जिला बिलासपुर का नाम रोशन किया है। इशांत जसवाल की प्रारंभिक शिक्षा बाड़ी छोली दधोल के सरकारी स्कूल में हुई है और इसके बाद उन्होंने हिम सर्वोदय स्कूल घुमारवीं से जमा दो की पढ़ाई पूरी की।
इसके बाद एनआईटी हमीरपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इशांत ने बताया कि उन्होंने इसके बाद एक वर्ष नोएडा स्थित टेक्निक एफएमसी आयल एंड गैस कंपनी में काम किया।
एक साल नौकरी के बाद उन्होंने सिविल सर्विसेज में जाने का निर्णय लिया और नौकरी से त्याग पत्र देकर दिल्ली में ही 8 महीने तक यूपीएससी के लिए कोचिंग ली। इसके बाद वर्ष 2020 में उन्होंने यूपीएससी की पहली परीक्षा दी और अब परिणाम में उन्हें ऑल इंडिया रैंक में 80वां स्थान मिला है।
उनका जन्म 5 मार्च, 1997 को पैतृक घर पडयालग में हुआ है। उनके पिता होशियार सिंह आर्मी सेवानिवृत्त सैनिक हैं और माता अंजना देवी गृहिणी हैं।