साहिल डढवाल। नूरपुर
हिमाचल राजकीय महाविद्यालय प्राध्यापक संघ (एचजीसीटीए) नूरपुर इकाई एवं प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय जसरोटिया ने प्रदेश जल शक्ति मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह की टिप्पणी की कड़ी शब्दों में निंदा की है।
इसके साथ ही प्राध्यापक संघ ने मंगलवार को काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा की जल शक्ति मंत्री को अध्यापकों के बजाय अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिए।
संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय कुमार जसरोटिया ने कहा की कोरोना महामारी के दौरान अध्यापक वर्ग ने सरकार के प्रत्येक आदेश को मानकर बच्चों को उच्च शिक्षा देने, समाज को जागरूक करने तथा प्रदेश के बैरियरों पर ड्यूटी देकर सराहनीय कार्य किया है।
कुल्लू जिला के बंजार में जल शक्ति मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह द्वारा जनसभा में अध्यापक समाज के प्रति दिए गए बयान से अध्यापक वर्ग बहुत आहत हुआ है। उन्होंने कहा की अध्यापकों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करना, 1 जुलाई से पहले वैक्सीन लगवाना तथा कई अन्य निर्णय सरकार व शिक्षा विभाग के दिए गए हैं। समस्त निर्णय मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए हैं। शायद प्रदेश के जल शक्ति मंत्री मंत्रिमंडल के निर्णय से वाकिफ नहीं हैं या फिर मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए होंगे।
अध्यापक समाज के प्रति गलत बयानबाज़ी किसी भी सूरत में मान्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ठाकुर महेंद्र सिंह को याद होना चाहिए की समाज में अध्यापक वर्ग का अहम रोल है और इसे कभी भी नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि अगर मास्टरों की मौजें मंत्री देखना चाहते थे तो अपने विधानसभा क्षेत्र में तो अवश्य देख लेते कि वैक्सीनेशन और हिमाचल के बैरियरों पर किसने ड्यूटी दी है। आप मंत्री हैं तो आपको यह अधिकार नहीं मिल जाता कि आप मंच पर चढ़कर जो भी चाहे बोलते रहें।
वहीं नूरपुर महाविद्यालय की प्राध्यापक संघ की इकाई भी वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय जसरोटिया के नेतृत्व में इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है। इकाई का यह भी कहना है कि मंत्री महोदय अपने शब्दों को वापस लें और पूरे अध्यापक -प्राध्यापक वर्ग से माफी मांगें। इकाई ने आज काले बिल्ले लगाकर काम करते हुए मंत्री के विचारों पर रोष प्रकट किया है और साथ में यह भी कहा कि भविष्य में यदि इस तरह की कोई भूल होती है तो उसके भयानक परिणाम भुगतने होंगे।