पार्टी के 72 मंडलों में चुने जा चुके हैं अध्यक्ष
हिमाचल दस्तक ब्यूरो। शिमला : प्रदेश भाजपा को इस माह नया सरदार मिल जाएगा। पार्टी के संगठनात्मक चुनाव अब समाप्त हो चुके हैं। अभी तक 72 मंडलों सहित नौ जिलों को अध्यक्ष मिल चुके हैं। भाजपा के 73 में से 72 मंडलों को अध्यक्ष मिल चुके हैं। शेष बचे मात्र एक मंडल यानी पच्छाद को भी जल्द अध्यक्ष मिलेगा।
इसी तरह से 17 संगठनात्मक जिलों में 10 जिलों में अध्यक्षों की नियुक्तियां हो चुकी हंै, जबकि सात जिले अभी शेष रह गए हैं। भाजपा के अनुसार पांच दिसंबर तक शेष सात जिलों को नए अध्यक्ष मिल जाएंगे। उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष सहित राज्य कार्यकारिणी के लिए चुनावी प्रक्रिया चलेगी। जिला अध्यक्ष चुनने के लिए 30 नवंबर अंतिम तारीख थी, लेकिन इसे अब पांच दिसंबर तक बढ़ा दी है। ऐसे में पांच दिसंबर तक भाजपा के सभी 17 संगठनात्मक जिलों को नए अध्यक्ष मिल जाएंगे।
प्राप्त जानकाीरी के मुताबिक अनिल चौधरी को धर्मशाला मंडल अध्यक्ष की कमान सौंप दी गई है। दो दिनों के भीतर पच्छाद भाजपा मंडल को नया अध्यक्ष मिलेगा। ऐसे में अब आगामी 15 दिसंबर से पहले प्रदेश भाजपा को नया अध्यक्ष मिलेगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी के लिए अंदर खाते लॉबिंग शुरू हो चुकी है, लेकिन पार्टी हाईकमान ही अंतिम फैसला करेगा।
2012 में सतपाल सिंह सत्ती को सर्वसम्मति से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। उस साल से लेकर सत्ती प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। यानी कुल मिलाकर सत्ती की अध्यक्षता में 2012 का विधानसभा चुनाव, 2014 का लोकसभा चुनाव, 2017 का विधानसभा चुनाव और अब 2019 का लोकसभा चुनाव हुए। भले ही 2012 के चुनाव में भाजपा सत्ता में नहीं आई, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव से लेकर अब तक लगातार तीन चुनाव सत्ती की अध्यक्षता में पार्टी को जीत मिलती रही।
यहां तक कि 2017 में नगर निगम शिमला का चुनाव भी हुए, जिसमें भाजपा को बड़ी जीत मिली। अब धर्मशाला और पच्छाद विधानसभा उपचुनाव में भी सत्ती की अध्यक्षता में पार्टी को जीत मिली। कुल मिलकार सतपाल सिंह सत्ती के सात साल के कार्यकाल के दौरान संगठन को 2014 से लेकर अब तक के चुनाव में सफलता हासिल हुई है।
सत्ती को नया दायित्व देने की तैयारी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती को राज्य सरकार बड़ी जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर किसी अन्य नेता को चाबी सौंपने के तुरंत बाद सत्ती को सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अध्यक्ष का तोहफा मिल सकता है। हालांकि कुछ बोर्ड एवं निगमों में भी राजनीतिक पद खाली हैं।
पार्टी के 17 संगठनात्मक जिलों में से 10 जिलों में चुनावी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, शेष सात जिलों में पांच दिसंबर तक सभी जिलों को अध्यक्ष मिल जाएंगे। इसी तरह से 15 दिसंबर से पहले प्रदेश अध्यक्ष की भी ताजपोशी हो जाएगी।
-रामस्वरूप शर्मा, चुनाव प्रभारी संगठनात्मक चुनाव