- चक दे हिमाचल : सराज की धार जरोल पंचायत की महिला प्रधान ने महिला सशक्तिकरण पर 40 मिनट किया संबोधित
- ऐसा करने वाली हिमाचल की पहली और देश की दूसरी महिला बनीं हिमाचल की बेटी
चेतनलता कौशल। जंजैहली : यूएनओ की आम सभा में हिंदी में भाषण देकर महिला पंचायत प्रधान कला देवी ने भारत के साथ हिमाचल को भी गौरवान्वित किया है। ऐसा करने वाली वह हिमाचल की पहली और सुषमा स्वराज के बाद देश की दूसरी महिला बन गई हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में 30 सितंबर को जिला मंडी के सराज उपमंडल की धार जरोल पंचायत प्रधान कला देवी ने महिला सशक्तिकरण पर हिंदी में भाषण दिया।
जब उन्होंने भाषण शुरू किया तो चारों तरफ से तालियों की गडग़ड़ाहट ने कला देवी में इतना जोश भर दिया कि वह अपने बीस मिनट के भाषण के अलावा बीस मिनट और बोलीं। यूएनओ में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली कला देवी के साथ भोपाल की एक महिला सरपंच भी थीं। कला देवी ने हिमाचल विशेषकर सराज इलाके में महिलाओं की स्थिति और उनके आगे बढऩे की पूरी कहानी भाषण के जरिये यूएनओ के सामने रखी । कला देवी ने बताया कि वह अपने गांव की पहली लड़की थी जिसने पहली बार 12वीं पास की थी। धार जरोल पंचायत की प्रधान कला देवी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज का दुनिया में मान बढ़ाया।
महिलाओं को सशक्त करने के लिया किया काम
महिला प्रधान कला देवी ने नौ साल तक प्राथमिक स्तर पर बच्चों को भी पढ़ाया। मगर उन्होंने देखा कि महिलाओं का सशक्तिकरण तभी हो पाएगा जब वह जन प्रतिनिधि बने । वर्ष 2016 में उन्होंने धार जरोल पंचायत में महिला प्रधान का चुनाव जीता । उसके बाद महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए स्वयं सहायता समूह, महिला भवन और बेटियों को आगे पढऩे के लिए सरकारी योजनाएं लागू करवाईं। सराज इलाके में इस महिला प्रधान ने अपनी पंचायत में मनरेगा के तहत ३ करोड़ रुपये खर्च कर अपनी पंचायत की महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी आर्थिक स्वावलंबी बनाया।
जो ठाना था कर दिखाया: कला देवी
कला देवी ने बताया कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उनकी पढ़ाई नाना-नानी ने करवाई थी। उन्होंने बताया कि मैंने उसी दिन से ठान लिया था कि वह महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करेंगी। 40 साल की उम्र में उसने यह सब करके दिखा दिया।