हरीश चौहान। गोहर
कुल्लू जिला की काइस पंचायत में पूर्व प्रधान परस राम व उनकी पत्नी पर किए गए जानलेवा हमले को लेकर न्यायिक जांच की मांग के लिए राजनीतिक दलों के अलावा कई स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आई हैं।
दरअसल दलित व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई के बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मामले में अब सूबे के कांग्रेेसी नेताओं के साथ दलित नेता भी सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं।
ब्लॉक कांग्रेस नाचन ने भी हमले की घोर निंदा करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष नीलमणि ठाकुर की अध्यक्षता में बुधवार को एक ज्ञापन राज्यपाल हिमाचल प्रदेश को तहसीलदार चच्योट के माध्यम से भेजा।
ज्ञापन में कुल्लू जिला के रहने वाले परसराम की कुछ भाजपा के रसूखदार लोगों द्वारा मारपीट के बाद हुई मृत्यु को लेकर रोष जताया गया। मामले में न्यायिक जांच की मांग करते हुए ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष नाचन नीलमणि ठाकुर ने सरकार से मांग रखी कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए।
नीलमणि ठाकुर ने कहा कि परस राम की पत्नी के साथ भी मारपीट की गई थी और वह गंभीर अवस्था में नेरचौक मेडिकल कॉलेज मंडी में उपचाराधीन हैं। परस राम अपने पीछे पत्नी और 2 लड़कों को छोड़ गए हैं।
ब्लॉक कांग्रेस नाचन के अध्यक्ष नीलमणि ठाकुर यह भी मांग की है कि उनके परिवार से किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाए ताकि उनकी थोड़ी-बहुत आर्थिक मदद हो सके।
वहीं, मीडिया से मुखातिब हुए मंडी जिला के एससी/एसटी सुधार कमेटी के अध्यक्ष सिद्धु राम भारद्वाज ने कहा कि कि परस राम को इस तरह से पीटा गया कि पीजीआई में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि दलित परिवार पर कातिलाना हमला किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अभी तक मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।