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दौरे करने वालों में निहाल चंद पहले और गणेश दत्त दूसरे स्थान पर
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वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर तीसरे स्थान पर
शकील कुरैशी : शिमला
कर्ज के दलदल में धंसी सरकार के नुमाइंदों पर लाखोंं रुपये का खर्चा हो रहा है। मात्र टीए-डीए पर ही सरकार के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों ने 58 लाख रुपये खर्च डाले। इसकी विस्तृत जानकारी विधानसभा में सामने आई है। जहां बताया गया कि किस तरह से इनपर खर्चा हो रहा हैं। कंगाली के दौर से गुजर रहे प्रदेश के पास विकास के लिए पैसा नहीं है। मगर विभिन्न निगमों व बोर्डों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष अपने सैर-सपाटे पर धड़ल्ले से खर्चा कर रहे हैं। माकपा के राकेश सिंघा ने विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में यह खुलासा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक बीते तीन सालों में प्रदेश सरकार के विभिन्न निगमों व बोर्डों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों ने अपने सैर-सपाटे पर 5819701 रुपये खर्च कर डाले। मुख्यमंत्री द्वारा सदन में दिए गए लिखित जवाब के अनुसार मिल्क फेडरेशन के उपाध्यक्ष निहाल चंद ने सबसे अधिक 1506057 रुपये टीए-डीए के रूप में सरकार से वसूले। टीए-डीए वसूलने के मामले में हिमफेड के उपाध्यक्ष गणेश दत्त दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने 12 लाख 87 हजार 320 रुपये टीए-डीए के रूप में सरकार से लिए। इसी तरह वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर टीए-डीए वसूलने के मामले में तीसरे स्थान पर रहे। उन्होंने कुल 11 लाख 86 हजार 140 रुपये टीए-डीए के रूप में वसूल किए।
ब्रिगेडियर खुशाल ने 3 लाख 70 हजार 711 रुपये वसूले
पूर्व सैनिक निगम के उपाध्यक्ष ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने 3 लाख 70 हजार 711 रुपये, सिविल सप्लाई कारपोरेशन के उपाध्यक्ष बलदेव सिंह तोमर ने टीए-डीए के रूप में 2 लाख 09 हजार 434 रुपये, एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष राम कुमार ने 2 लाख 10 हजार 625 रुपये, जीआईसी के उपाध्यक्ष मनोहर धीमान ने 154591 रुपये, वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी ने 144042 रुपये, हिमाचल खादी बोर्ड के अध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया ने 133670 रुपये।
राज्य एससी-एसटी कारपोरेशन के उपाध्यक्ष जय सिंह ने 133937 रुपये, प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सुरेश सोनी ने 63852 रुपये, वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष राज बली ने 98458 रुपये, हिमुडा के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने 79200 रुपये, एचपीएमसी के उपाध्यक्ष राम सिंह ने 58065 रुपये, हस्तशिल्प व हथकरघा निगम के उपाध्यक्ष संजीव कटवाल ने 79658 रुपये, प्रदेश भवन निर्माण व श्रमिक कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष राकेश शर्मा ने 20 हजार रुपये, मार्केटिंग बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने 7925 रुपये, बैकवार्ड क्लास कॉरपोरेशन के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश चौधरी ने 7200 रुपये टीए-डीए के रूप में वसूले।