शकिल कुरैशी, शिमला
राज्य में लंपी वायरस से पशुओं की हो रही मौतों का आंकड़ा दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में अब तक इस संक्रमण से 233 पशुओं की मौत हो चुकी है। प्रदेश के 8 जिलों में 12062 पशु इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। पंजाब से सटे ऊना जिला में यह संक्रमण तेजी से अपने पैर पसार रहा है। यहां पर अब तक सबसे ज्यादा 3546 पशु इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इस संक्रमण से मरने वाले पशुओं का आंकड़ा भी इसी जिला में सबसे ज्यादा है। यहां पर 82 पशुओं की मौत लंपी वायरस के कारण हो चुकी है
प्रदेश के अन्य जिलों की बात करें तो कांगड़ा में 2872, सिरमौर में 2675, शिमला में 486, सोलन में 1756, हमीरपुर में 166, बिलासपुर में 517, मंडी में 44 पशु संक्रमण की चपेट में हैं। इस संक्रमण से मरने वाले पशुओं के आंकड़ों पर यदि जिलावार नजर दौड़ाई जाए तो सिरमौर में 69, शिमला में 36, सोलन में 28, बिलासपुर में 4, ऊना में 82, मंडी में दो और कांगड़ा में 17 पशु लंपी वायरस से अब तक मर चुके हैं।
पशुओं को इस संक्रमण से बचाव को लेकर टीकाकरण अभियान भी तेजी से जारी है। प्रदेश में अब तक 33817 पशुओं को लंपी वायरस से बचाव को लेकर टीके लगाए जा चुके हैं। विभाग के पास मौजूदा समय में 9423 टीके के डोज का स्टॉक उपलब्ध है। पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया कि पशु को इस संक्रमण से बचाव के लिए सभी फील्ड स्टाफ को टीकाकरण अभियान में तेजी लाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस संक्रमण पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है और सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।