नई दिल्ली:
पूर्व भारतीय आलराउंडर मदन लाल, आर पी सिंह और सुलक्षणा नाइक को शुक्रवार को बीसीसीआई की तीन सदस्ईय क्रिकेट सलाहकार समिति में शामिल करने की घोषणा की गई। सीएसी को फिलहाल सीनियर चयनसमिति में कार्यकाल पूरा कर चुके दो सदस्यों की जगह लेने वाले चयनकर्ताओं को चुनना होगा।
सीएसी को चयनसमिति के निवर्तमान अध्यक्ष एमएसके प्रसाद (दक्षिण क्षेत्र) और गगन खोड़ा (मध्य क्षेत्र) के विकल्प को तलाशना होगा। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने एक बयान में कहा, सीएसी की नियुक्ति एक साल के लिए होगी। नई सीएसी में पहले भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को शामिल किया गया था लेकिन संसद सदस्य होने के कारण वह इसका हिस्सा नहीं बन पाए। उत्तर प्रदेश के आरपी सिंह सीएसी के सबसे युवा सदस्य है। उनकी उम्र 34 साल है जबकि मदद लाल 68 और सुलक्षणा नाइक 41 साल की है। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पिछले दिनों कहा था कि मदन लाल और सुलक्षणा नाइक सीएसी में बने रहेंगे, जबकि गौतम गंभीर को बदला जा रहा है क्योंकि वह संसद सदस्य होने के नाते कोई पद नहीं संभाल सकते।
बीसीसीआई के नए पदाधिकारियों ने 23 अक्टूबर को पदभार ग्रहण किया था और उन्हें सीएसी को नियुक्त करने में तीन महीने से अधिक का समय लगा। बोर्ड को ऐसे पूर्व क्रिकेटर की तलाश थी जिसके साथ हितों के टकराव का मामला ना हो। सीएसी उच्च स्तरीय इकाई है लेकिन उसे सीमित दायरे में काम करना है। सीएसी के सबसे अनुभवी सदस्य मदन लाल इस चुनौती के लिए तैयार है। उन्होंने पीटीआई से कहा, जिम्मेदारी तो जिम्मेदारी है। इस खेल का नाम ही जिम्मेदारी लेना और अपना काम ईमानदारी से करना है। उन्होंने हालांकि कहा कि बीसीसीआई ने चयनकर्ताओं के चयन के लिए क्षेत्रीय नीति को जारी रखा है या नहीं।
उन्होंने कहा, मुझे इस बारे में पता नहीं है कि इसमें क्षेत्रीय नीति का पालन किया जाएगा या आप किसी भी क्षेत्र से चयन कर सकते हैं। कपिल देव, शांता रंगास्वामी और अंशुमन गायकवाड़ की मौजूदगी वाली सीएसी ने हितों के टकराव का आरोप लगने के बाद पद छोड़ दिया था। उससे पहले सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर की सीएसी ने भी हितों के टकराव का आरोप लगने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
बीसीसीआई की मौजूदा संविधान के तहत कोई भी सदस्य एक अधिक पद पर नहीं रह सकता है। भारत को 1983 विश्व कप विजेता बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले मदन लाल 39 टेस्ट (71 विकेट) और 67 एकदिवसीय (73 विकेट) में देश का प्रतिनिधित्व किया है। आरपी सिंह ने भी भारत के लिए 14 टेस्ट (40 विकेट), 58 एकदिवसीय (69 विकेट) और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय (15 विकेट) खेले है। वह 2007 में टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे।
पूर्व विकेटकीपर नाइक ने 11 साल के लंबे करियर में भारत के लिए दो टेस्ट, 46 वनडे और 31 टी 20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले है।
नाइक ने कहा, मैं बोर्ड के पदाधिकारियों का शुक्रगुजार हूं। मुझे जो भी भूमिका या जिम्मेदारी दी गई है, मैं उसे ठीक से निभाउंगी। मेरे पास जो भी अनुभव है (मैं उसका उपयोग करूंगी)। मैं बोर्ड के लिए काम करके खुश हूं।