अजय शर्मा। बंगाणा
ग्रामीण विकास पंचायती राज मत्स्य, कृषि एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने सोमवार को सुबह सात बजे बंगाणा के डोहगी में बन रहे टैंक का निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने पानी की सप्लाई के बारे में जानकारी ली। वही पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि मुच्छाली जिला पार्षद वार्ड में पानी की समस्या को खत्म करने के लिए पूर्व धूमल सरकार में 19 करोड़ की तुतडू कोहडरा पेयजल योजना को शुरू किया था और समूर से पानी को उठाकर डोहगी में बने टैंक में डालकर पानी की सप्लाई को सुचारू रूप दिया है। कंवर ने कहा कि इससे पहले इन पंचायतो में टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती थी, लेकिन समूर पेयजल योजना के बनने के बाद अधिकतर गांवों में पानी की सप्लाई सुचारू रूप से की गई।
कंवर ने कहा कि 2012 में कांग्रेस सरकार आने के बाद समूर पेयजल योजना की न तो कोई रिपेयर हुई और न ही किसी प्रकार के कोई बजट का प्रावधान किया गया। जैसे ही राज्य में भाजपा सरकार बनी। हमने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से 150 करोड़ की धनराशि विभिन्न पेयजल योजनाओ के लिए स्वीकृत करवाई, जिसमें यह समूर पेयजल योजना भी है।
कंवर ने कहा कि तुतडू कोहडरा की पानी की सप्लाई को सुचारू रूप देने के लिए समूर पेयजल योजना का नवीनीकरण किया जा रहा है, इसका कार्य भी युद्ध स्तर पर चला हुआ है। कंवर ने कहा कि तुतडू कोहडरा पेयजल योजना में जहां डोहगी के टैंकों में साढ़े चार लाख लीटर पानी का स्टॉक होता था। अब साढ़े 9 लाख लीटर पानी का स्टॉक अभी तक हो रहा है। ओर जब डोहगी में 25 लाख लीटर पानी का रोजाना स्टॉक होगा।
कंवर ने कहा कि कुटलैहड़ में सभी को पानी की सप्लाई सुचारू रूप से मिले, इसी मूलभूत ढांचे पर जल शक्ति विभाग कार्य कर रहा है। कंवर ने कहा कि पानी की सप्लाई को सुचारू रूप देने के लिए तीन बड़े पानी के टैंक बनाये गए है। इस मौके पर राज्य भाजपा किसान मोर्चा के मीडिया प्रभारी मदन राणा, हिमफेड निदेशक चरणजीत शर्मा, बीडीसी अध्यक्ष देवराज शर्मा, प्रधान महिंद्र चौहान, अश्वनी बंसल, हरभजन सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।
रामगढ़ धार में पानी की सप्लाई के लिए बन रहे 42 टैंक
कंवर ने कहा कि रामगढ़धार के लिए पानी की सप्लाई एक बड़ा खाखा तैयार किया गया है। रामगढ़ धार की 16 पंचायतो में 42 पानी के स्टॉक के लिए टैंक बनाये जा रहे है, जिसका कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है। कंवर ने कहा कि रामगढ़ धार में पानी की सप्लाई बाधित न हो। इसके लिए नई योजनाओ के साथ उन टैंकों को जोड़कर पानी की सप्लाई सुचारू रूप से मिले।