- कहा, इन्वेस्टमेंट के नाम पर डिस्इन्वेस्टमेंट नहीं होगी मंजूर
- हमें बुलाएं या न बुलाएं, पर हिमाचल का हक लें सीएम
- पीएम, इन्वेस्टर विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत है
- जो प्रदेश हित में होगा उसमें बिना मांगे साथ देंगे
- नेता विपक्ष से हिमाचल दस्तक की बातचीत
राजीव भनोट। ऊना : नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार दल है और प्रदेश का गठन कांग्रेस के विजन से ही हुआ है। ऐसे में मुख्यमंत्री जयराम का यह कहना कि हम नए विजन से काम कर रहे हैं, यह गलत है। विजन हर दल व हर सरकार के मुखिया के पास रहा है।
एक इवेंट के लिए पूर्व की सरकारों व पूर्व के मुख्यमंत्रियों द्वारा प्रदेश के विकास में दिए गए सहयोग को भुलाया नहीं जा सकता। यह बात नेता प्रतिपक्ष ने हिमाचल दस्तक से कही। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों को निमंत्रण से बुलाया जाए, यह सोच कांग्रेस की ही रही है और लैंड बैंक बनाने में कांग्रेस का योगदान रहा है। पंडोगा व कंदरोड़ी औद्योगिक क्षेत्र जिन्हें अब सरकार लैंड बैंक के रूप में प्रचारित कर रही है, वह कांग्रेस की देन हैं।
अग्निहोत्री ने कहा कि इन्वेस्टर मीट में हमें बुलाएं चाहे न बुलाएं, इसका फर्क नहीं पड़ता, बल्कि इस यूनिवर्सिटी से निवेश प्रदेश में जमीनी स्तर पर आना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं, इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को हिमाचल का हक केंद्र से लेने की आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश को औद्योगिक पैकेज नए सिरे से मिले, इसकी घोषणा धर्मशाला दौरे के दौरान करवानी चाहिए। वहीं प्रदेश पर 60 हजार करोड़ के करीब का कर्जा हो रहा है, इस कर्जे को माफ किया जाए या इसे केंद्र विशेष पैकेज देकर उतारे इसका एलान करवाना चाहिए।
हिमाचल में उद्योगपति आएं, इसका कांग्रेस समर्थन करती है, हिमाचल में नियमों के तहत निवेश का कांग्रेस समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि यदि इन्वेस्टमेंट के नाम पर डिस्इन्वेस्टमेंट करने का प्रयास जयराम सरकार करेगी तो इसे मंजूर नहीं किया जाएगा। इसका विरोध किया जाएगा।
इन्वेस्टर मीट में 16 होटलों को बेचने का प्रस्ताव तैयार कर दिया गया था। सरकारी आयुर्वेदिक फार्मेसी को बेचने की बात रखी गई है, नाहन फाउंड्री को बेचने की बात रखी गई है। निवेश आए और हिमाचल की शर्तों पर आए, इसके लिए धारा 118 में परिवर्तन की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पूर्व की सरकारों के नेतृत्व में भी निवेश आया है, वीरभद्र सिंह की सरकार ने अनेक क्षेत्रों में निवेश करवाया है, शांता कुमार के समय में निवेश आया है, प्रेम कुमार धूमल के समय में निवेश आया है।
उन्होंने कहा कि 10 हजार मेगावाट बिजली बन रही है, 40 हजार करोड़ के करीब औद्योगिक निवेश हुआ है, पर्यटन के क्षेत्र में निवेश हुआ है, रोपवे प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा लाया गया है। अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 85 हजार करोड़ के समझौते होने की बात को कर रहे हैं और इन्वेस्टर मीट से पहले ही उन्हें समझ आ गया है कि समझौते होना निवेश नहीं होता, इसलिए अब कह रहे हैं कि यह निवेश हो सकता है, इसकी योजना बन रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भाजपा शोर मचाती है कि हिमाचल उनका दूसरा घर है तो इस मीट में हिमाचल को क्या देकर जाते हैं, इस पर सबकी नजरें रहेंगी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पैकेज को कांग्रेस के समय में खत्म किया गया है। इसका दोषारोपण करने के स्थान पर भाजपा को केंद्र व प्रदेश में सरकार होने का फायदा लेते हुए नए सिरे से पैकेज दिलाना चाहिए।
निवेश व पैकेज न मिला तो भाजपा करेगी महापाप
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस ने कोई पाप नहीं किया है, बल्कि प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाने का ही काम किया है। हमने अपनी समर्थता से विकास को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश व केंद्र में भाजपा की सरकार है, पैकेज औद्योगिक व आर्थिक अगर नहीं मिलता है, तो भाजपा प्रदेश में महापाप करेगी, जिसके लिए जनता कभी माफ नहीं करेगी।
हवाई व रेल मार्ग
हो प्राथमिकता
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसी भी प्रदेश में निवेश अधिक से अधिक आए, इसके लिए हवाई व रेल मार्ग के साथ-साथ सड़क मार्ग मजबूत होना चाहिए। प्रदेश के तीनों हवाई अड्डों के विस्तार के लिए कोई काम नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग मजबूत हो, इस पर काम होना चाहिए था। 65 हजार करोड़ के राष्ट्रीय राजमार्गों को लेकर शोर डाला गया, चुनाव भी इसी मुद्दे पर लड़ा गया, लेकिन यह सब कहां है इसका कोई अता पता नहीं है? प्रधानमंत्री से इस पर स्थिति प्रदेश सरकार को साफ करवानी चाहिए।