राजीव भनोट। ऊना
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने हरोली से फ़्लड की डिविज़न को हटाने के राज्य मंत्री मंडल के निर्णय का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सरकार का निर्णय राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है। उन्होंने दलील दी कि पूर्व शासन में इसे हरोली में स्थापित किया गया था और इस डिविज़न ने स्वॉ की तटबंदी में अहम भूमिका निभाई।
असल में सरकार स्वॉ की तटबंदी की महत्वता को ही नही समझ पाई कि किस तरह तटबंदी से इलाक़े के किसानों को ख़ुशहाली मिली। उन्होंने दलील दी कि खनन माफिया के इरादों की पूर्ति के लिए डिविज़न समाप्त की गई तांकी माफिया बेरोक टोक तटबंदी के ऊपर से पोकलेन – जेसीबी- टिपर चला सकें।
उन्होंने कहा कि सरकार कन्ही भी जल शक्ति मिशन का दफ़्तर खोले लेकिन हरोली की डिविज़न की क़ीमत पर नही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले सरकार ने ई एन सी प्रोजेक्ट का दफ़्तर काँगड़ा के फ़तेहपुर से मंडी तब्दील किया और अब स्वॉ की डिविज़न हरोली से हटा दिया।